Click here to access the best NCERT Solutions Class 3 Hindi Veena Chapter 4 बया हमारी चिड़िया रानी! textbook exercise questions and answers.
बया हमारी चिड़िया रानी! NCERT Class 3rd Hindi Veena Chapter 4 Question Answer
बया हमारी चिड़िया रानी! Class 3 Question Answer
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास (पृष्ठ 26-31)
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
चित्र में क्या-क्या दिखाई दे रहा है?
उत्तर-
घोंसला, डाली, पत्तियाँ, चिड़िया और घोंसलें के अंदर भी एक नन्हीं चिड़िया।
प्रश्न 2.
यह किस पक्षी का घोंसला है?
उत्तर-
यह बया पक्षी का घोंसला है।
प्रश्न 3.
आपके अनुसार घोंसले में बैठी बया क्या सोच रही होगी?
उत्तर-
मेरे अनुसार घोंसले में बैठी बया सोच रही होगी कि मेरा यह घर मेरे बच्चों को पसंद आएगा या नहीं?
प्रश्न 4.
चिड़िया अपना घर बनाने के लिए तिनके कहाँ से लाती होगी?
उत्तर-
चिड़िया अपना घर बनाने के लिए तिनके खेतों-खलियानों या पेड़ों के आसपास से लाती होगी।
प्रश्न 5.
आपने किन-किन पक्षियों के घोंसले देखे हैं?
उत्तर-
मैंने चिड़िया का और कबूतर का घोंसला देखा है।
सोचिए और लिखिए
प्रश्न 1.
बया रानी अपना घर तिनकों से बनाती है। हम अपना घर बनाते समय किन-किन वस्तुओं का उपयोग करते हैं? सोचकर लिखिए।
उत्तर-
हम अपना घर बनाते समय ईंट, पत्थर, पानी, सीमेंट, बालू और लकड़ी का उपयोग करते हैं।
प्रश्न 2.
पढ़िए, समझिए और रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
उत्तर-
बया के काम | आपके काम |
दाना लाना | स्कूल के लिए तैयार होना |
घोंसला बनाना | प्रार्थना करना |
तिनके लाना | पढ़ाई करना |
पानी लाना | अपना गृहकार्य समय से करना |
शब्दों का खेल
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए शब्दों को उलटकर लिखिए और नए शब्दों का आनंद लीजिए-
उत्तर-
नदी – दीन
बस – सब
दबा – बाद
खीरा – राखी
नीरा – रानी
रीना – नारी
प्रश्न 2.
नीचे लिखे विपरीत अर्थ वाले शब्दों का मिलान कीजिए-
उत्तर-
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए शब्दों में से तुक मिलने वाले शब्दों को ढूँढ़कर लिखिए-
उत्तर-
(क) रानी – पानी
(ख) लाती – बनाती
(ग) आकर – लाकर
(घ) कहेंगे – रहेंगे
(ङ) जब – तब
(च) तिनके – जिनके
प्रश्न 4.
कविता को पढ़कर पंक्तियाँ पूरी कीजिए-
उत्तर-
(क) तिनके लाकर महल बनाती,
ऊँची डाली पर लटकाती।
(ख) तुझको दूर न जाने देंगे,
दानों से आँगन भर देंगे।
प्रश्न 5.
जब एक हो तो वह ‘तिनका’ कहलाता है और अनेक हों तो ‘तिनके’। नीचे दिए गए एकवचन शब्दों के बहुवचन रूप लिखिए-
उत्तर-
एकवचन – बहुवचन
(क) तिनका – तिनके
(ख) दाना – दाने
(ग) अंडा – अंडे
(घ) बच्चा – बच्चे
खेल-खेल में
प्रश्न 1.
कविता में आए शब्दों को खोजकर उन पर घेरा लगाइए-
उत्तर-
प्रश्न 2.
पाठ में बया रानी नदियों से पानी लाती है। वह नदियों के अतिरिक्त कहाँ-कहाँ से पानी लाती होगी? रिक्त स्थानों में लिखिए-
उत्तर-
पाठ में आया शब्द | पाठ के अतिरिक्त |
नदी | कुएँ से, झरने से, नल से, समुद्र से, तालाब से, वर्षा का पानी |
प्रश्न 3.
अपनी मनपसंद चिड़िया का चित्र बनाइए और उसमें रंग भरिए-
उत्तर-
विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 4.
आओ बया के लिए घर बनाएँ-
केतकी बया के लिए घर बना रही है। क्रम से बताइए कि उसे क्या पहले करना चाहिए और क्या बाद में-
(क) केतकी ने बया के लिए बनाए घर पर रंग लीपा।
(ख) नन्ही चिड़िया केतकी के बनाए घर में चली गई।
(ग) केतकी ने चिड़िया के घर को अपने दादाजी की मदद से पेड़ की टहनी पर टाँग दिया।
(घ) केतकी ने सोचा कि उसे बया के लिए घर बनाना चाहिए।
(ङ) केतकी ने माँ से गत्ते, कील, कुछ कतरने और कैंची माँगी।
(च) केतकी ने माँ की मदद से एक सुंदर-सा घर बनाया।
उत्तर-
(क) केतकी ने सोचा कि उसे बया के लिए घर बनाना चाहिए।
(ख) केतकी ने माँ से गत्ते कील, कुछ कतरने और कैंची माँगी।
(ग) केतकी ने माँ की मदद से एक सुंदर सा घर बनाया।
(घ) केतकी ने बया के लिए बनाए घर पर रंग लीपा।
(ङ) केतकी ने चिड़िया के घर को अपने दादाजी की मदद से पेड़ की टहनी पर टाँग दिया।
(च) नन्ही चिड़िया केतकी के बनाए घर में चली गई।
प्रश्न 5.
भूलभुलैया
चित्र में दी गई ‘पक्षियों की भूलभुलैया’ में चिड़िया के बच्चों की उनका घर ढूँढ़ने में सहायता कीजिए।
उत्तर-
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए चित्र को देखकर बताइए कि बया और इस बच्ची के बीच क्या बातचीत हो रही होगी?
उत्तर-
आइए बनाएँ
प्रश्न 1.
आवश्यक सामग्री
पुराने समाचार पत्र या पुराने कैलेंडर, कैंची, गोंद, पुराने बटन, स्केच पेन, रंगीन कागज, गोल आकार के लिए एक चूड़ी।
उत्तर-
छात्र स्वयं बनाने का प्रयास करें।
बूझो तो जानें
प्रश्न 1.
हरे वस्त्र और लाल चोंच है,
रटना जिसका काम।
कुतर-कुतरकर फल खाता है,
लेता हरि का नाम।
उत्तर-
तोता।
प्रश्न 2.
कंठ सुरीला, रंग से काली,
सबके मन को भाती।
बैठ पेड़ की डाल पर,
जो सबको गीत सुनाती।
उत्तर-
कोयल।
प्रश्न 3.
बड़े सवेरे घर की छत पर,
मिलता गाँव-गाँव।
काले रंग का पक्षी होता,
करता काँव-काँव।
उत्तर-
कौआ।
Class 3 Hindi Chapter 4 बया हमारी चिड़िया रानी! काव्यांशों की व्याख्या
1. बया हमारी चिड़िया रानी!
तिनके लाकर महल बनाती,
ऊँची डाली पर लटकाती,
खेतों से फिर दाना लाती,
नदियों से भर लाती पानी।
तुझको दूर न जाने देंगे,
दानों से आँगन भर देंगे,
और हौज में भर देंगे हम,
मीठा-मीठा ठंडा पानी। (पृष्ठ 25)
शब्दार्थ : तिनके – घास के छोटे-छोटे टुकड़े। महल – सुंदर सा घर। आँगन – घर के सामने का खुला स्थान। हौज – कुंड, मटका।
प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वीणा- भाग-1’ में संकलित कविता ‘बया हमारी चिड़िया रानी!’ में से ली गई हैं। इसकी कवयित्री महादेवी वर्मा जी हैं। इसमें उन्होंने बया के सुंदर घोंसले, खाने-पीने और उसके प्रति अपना प्रेम उजागर किया है।
व्याख्या – कवयित्री कहती हैं कि बया छोटे-छोटे घास के टुकड़ों से महल अर्थात् अपना घर बनाती है। वह अपने घोंसले को सबसे ऊँची डाल पर लटकाती है ताकि कोई उसे नुकसान न पहुँचा पाए। खेतों से दाना आदि जो भी मिलता है उसे लेकर आती है। वह नदियों से पानी भरकर लाती है। कवयित्री कहती हैं कि बया खाना लेने खेतों में और पानी लेने नदी तक जाती है तो हम इसे दूर नहीं जाने देंगे। हम उसके घर के आँगन को दानों से भर देंगे और मीठा और ठंडा-ठंडा पानी मटके में भर कर रख देंगे।
2. फिर अंडे सेयेगी तू जब,
निकलेंगे नन्हें बच्चे तब,
हम आकर बारी-बारी से,
कर लेंगे उनकी निगरानी।
फिर जब उनके पर निकलेंगे,
उड़ जाएँगे बया बनेंगे,
हम तब तेरे पास रहेंगे,
तू मत रोना चिड़िया रानी। (पृष्ठ 25)
शब्दार्थ : सेयेगी – अंडे से बच्चे बनने की प्रक्रिया। निगरानी – देखभाल। पर – पंख।
प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वीणा भाग-1’ में संकलित कविता ‘बया हमारी चिड़िया रानी!’ में से ली गई हैं। इसकी कवयित्री महादेवी वर्मा जी हैं। इसमें उन्होंने बया के अंडों और उसमें से निकलने वाले उसके बच्चों के बारे में बात की है।
व्याख्या – वे कहती हैं कि फिर जब तुम अपने अंडे सेयेगी और उसमें से तुम्हारे बच्चे निकलेंगे तब हम बारी-बारी से उनकी रक्षा करेंगे। फिर जब तुम्हारे बच्चों के पंख निकलेंगे और वे तुम्हें छोड़कर उड़ जाएँगे, तब भी तुम रोना मत। हम तब भी तेरे पास ही रहेंगे।
Class 3 Hindi Chapter 4 बया हमारी चिड़िया रानी! कविता का सार (Summary of the Poem)
‘बया हमारी चिड़िया रानी’ – यह कविता महादेवी वर्मा जी द्वारा लिखी गई है। इसमें कवयित्री कहती हैं कि बया जो हमारी चिड़िया रानी है, वह तिनके लाकर अपना सुंदर महल रूपी घोंसला बनाती है और उसे ऊँची डाल पर लटकाती है। वह खेतों से दाना और नदियों से पानी लाती है। वे कहती हैं कि हम बया को कभी भी दूर नहीं जाने देंगे। हम अपने आँगन को दानों से और हौज को मीठे-ठंडे पानी से भर देंगे। फिर जब बया अंडे देगी और उनमें से नन्हें-नन्हें बच्चे निकलेंगे तब हम बारी-बारी से उनका ध्यान रखेंगे। जब बच्चे बड़े हो जाएँगे यानि जब उनके पर निकल आएँगे और वे उड़ जाएँगे, तब भी हम बया को अकेला नहीं छोड़ेंगे। इसलिए बया तुम उदास मत होना, हम तुम्हारे पास ही रहेंगे।
- इस कविता के माध्यम से विद्यार्थी अपने पर्यावरण और आस-पास के परिवेश को स्वीकार करना सीखेंगे।
- वे प्रकृति के अनेक रूपों से जुड़ेंगे जैसे- नदी, पक्षी, खेत-खलियान इत्यादि।
- उन्हें थोड़ा बहुत खेती-बाड़ी का भी ज्ञान प्राप्त होगा। जैसे कि उन्हें पता चलेगा कि दाने (गेहूँ) खेतों में पैदा किए जाते हैं।
- वे इस बात से भी परिचित होंगे कि पक्षियों के अण्डों में से उनके बच्चे निकलते हैं।
- इस तरह बच्चे पशु-पक्षियों के प्रति सकारात्मक सोच रखेंगे तथा उनके प्रति संवेदनशील होंगे।