Students can benefit from Sarangi Hindi Book Class 2 Solutions Chapter 6 चींटा by practicing regularly and seeking help when needed.
NCERT Solutions for Class 2 Hindi Sarangi Chapter 6 चींटा
चित्रकारी :
कविता में चींटे को कुछ काम करने के लिए कहा गया है। वे क्या-क्या काम हैं? चित्रों की सहायता से बताइए और कुछ वाक्य भी लिखिए-
उत्तर :
आइए, कुछ बनाएँ :
परिवार के सदस्य या अपने किसी मित्र के लिए ‘धन्यवाद कार्ड’ बनाइए। इस धन्यवाद कार्ड पर आप लिख सकते हैं कि आप यह धन्यवाद कार्ड उन्हें क्यों देना चाह रहे हैं।
उत्तर :
Sarangi Class 2 Hindi Chapter 6 चींटा Summary
Sarangi Hindi Book Class 2 Chapter 6 चींटा कविता का सार
इस कविता में चींटे को कुछ काम करने के लिए कहा गया है। चींटे को दूध लाकर बढ़िया खट्टा-मीठा दही जमाने के लिए कहा गया है। चींटे को गन्ना लाकर शक्कर बनाने का काम भी दिया गया है। भूखी चींटी आएगी और उस शक्कर को फटाफट खा जाएगी। इसके बाद चींटे को शक्कर लाकर उससे शरबत बनाने के लिए बोला गया है ताकि प्यासी चींटी उसे जल्दी से पी जाए। चींटे को चींटी के लिए घर बनाने के लिए कहा है ताकि जब चींटी धूप से आए तो घर देखकर खुश हो जाए और झट से रुक जाए। चींटे को बाजार जाकर शक्कर, चावल, रोटी और पानी लेकर आने के लिए भी कहा गया है। जब चींटी घर आएगी तो यह सब देखकर बहुत खुश हो जाएगी। चींटी चींटे के ही गुण गाएगी।
Sarangi Hindi Book Class 2 Chapter 6 चींटा काव्यांशों की व्याख्या
1. चींटा-चींटा दूध ला,
दूध लाकर दही जमा,
बढ़िया-बढ़िया दही जमा,
खट्टा-मीठा दही जमा।
चींटा-चींटा गन्ना ला,
गन्ना लाकर शक्कर बना,
चींटी भूखी आएगी,
झटपट वो खा जाएगी।
शब्दार्थ : झटपट – जल्दी से।
शक्कर – गन्ने के रस से बना मीठा चूर्ण, चीनी।
व्याख्या – चींटे को दूध लाकर उस दूध से बढ़िया खट्टा-मीठा दही बनाने के लिए कहा गया है। चींटे को गन्ना लाकर उससे शक्कर बनाने का काम भी दिया गया है। चींटी जब भूखी आएगी तब वो उस शक्कर को झट से खा जाएगी।
2. चींटा-चींटा शक्कर ला,
शक्कर लाकर शरबत बना,
चींटी प्यासी आएगी,
झटपट वो पी जाएगी।
चींटा-चींटा घर बना,
चींटी धूप से आएगी,
देख के खुश हो जाएगी,
झट-से वो रूक जाएगी।
व्याख्या – यहाँ चींटे को प्यासी चींटी के लिए शक्कर से शरबत बनाने का काम दिया गया है। प्यासी चींटी आएगी और शरबत को जल्दी से पी जाएगी। चींटे को घर बनाने के लिए भी कहा गया है। चींटी जब धूप से आएगी तब घर को देखकर खुश होगी और रुक जाएगी।
3. चींटा-चींटा बाज़ार जा,
शक्कर ला, चावल ला,
रोटी ला, पानी ला,
झटपट जा, झटपट आ।
चींटी जब घर आएगी,
देख के खुश हो जाएगी,
तेरे ही गुण गाएगी,
तेरे ही गुण गाएगी।
शब्दार्थ : गुण गाना – तारीफ़ करना।
व्याख्या – चींटे को बाज़ार जाकर शक्कर, चावल, रोटी और पानी लाने का काम दिया गया है। उसे जल्दी से सारा सामान लेकर आने के लिए बोला गया है। चींटी जब घर आएगी तो सब कुछ देखकर बहुत खुश हो जाएगी और चींटे की ही तारीफ करती जाएगी।