Students can benefit from Sarangi Hindi Book Class 2 Solutions Chapter 13 तालाब by practicing regularly and seeking help when needed.
NCERT Solutions for Class 2 Hindi Sarangi Chapter 13 तालाब
बातचीत के लिए :
प्रश्न 1.
इस तालाब को छोटा तालाब क्यों कहते होंगे?
उत्तर :
यह तालाब आकार में छोटा होगा इसलिए इस तालाब को छोटा तालाब कहते होंगे।
प्रश्न 2.
इस तालाब में कौन-कौन से जीव हैं?
उत्तर :
केंचुए, साँप, केकड़े, मेंढक, कनखजूरे, दो कछुए और उनके बच्चे। सर्दियों में सारस भी आते हैं।
प्रश्न 3.
तालाब के पास इतने सारे जीव क्यों रहते होंगे?
उत्तर :
तालाब में पानी और पानी में बहुत से जीव-जंतु रहते हैं। जीवों को आसानी से खाना-पानी मिल जाता होगा। वैसे भी तालाब बहुत सुन्दर है।
प्रश्न 4.
तालाब को किनकी याद आएगी? और क्यों?
उत्तर :
तालाब को सारस की बहुत याद आएगी क्योंकि सर्दियों के बाद वे यहाँ से चले जाएँगे।
प्रश्न 5.
कहानी के इस वाक्य में ‘उड़ाकू’ का अर्थ क्या हो सकता है?
मच्छर जैसे कई उड़ाकू तुम्हें वहाँ मिलेंगे।
उत्तर :
उड़ने वाले।
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर अपनी कॉपी में लिखिए-
प्रश्न 1.
सही या गलत पर घेरा लगाइए और कारण भी बताइए-
उत्तर :
(i) ये सारस हमेशा उसी छोटे तालाब के पास रहेंगे। सही / गलत
(ii) यह कहानी गर्मियों में लिखी गई है। सही / गलत
कारण-
(i) गलत! थोड़े दिनों बाद सारस चले जाएँगे।
(ii) गलत! यह कहानी सर्दियों की है।
प्रश्न 2.
आप तालाब के पास होते तो क्या करते? लिखिए-
उत्तर :
“मैं” तालाब ” के ” किनारे “बैठकर “सुंदर-सी ” ड्रॉइंग “बनाती/बनाता।
प्रश्न 3.
‘क्ष’ अक्षर की पहचान कीजिए और ‘क्ष’ से बनने वाले शब्दों को पहचान करके दोबारा लिखिए-
उत्तर :
पहेली :
प्रश्न :
चिड़िया को उसके घोंसले तक पहुँचने में उसकी सहायता कीजिए-
उत्तर :
शब्दों का खेल :
प्रश्न :
जीवों के नाम को उनके चित्र से रेखा खींचकर जोड़िए-
उत्तर :
Sarangi Class 2 Hindi Chapter 13 तालाब Summary
Sarangi Hindi Book Class 2 Chapter 13 तालाब कहानी का सार
यह एक तालाब की कहानी है, जिसका नाम छोटा तालाब है। इसमें केंचुए, साँप, केकड़े, मेंढक, कनखजूरे और दो कछुए और उनके साथ उनके बच्चे रहते हैं। बहुत-सी मछलियाँ, मच्छर जैसे कई उड़ाकू, तितलियाँ, गिलहरियाँ, चींटियाँ और कभी-कभी छिपकलियाँ और गिरगिट भी इसके पास चले आते हैं। इसी तालाब के किनारे एक पेड़ है जिस पर मकड़ियों के जाले हैं। चिड़ियाँ तो तरह-तरह की आती हैं जैसे-मैना, तोते, कौए, किंगफ़िशर, फ़ाख्ता आदि। लेखिका सर्दियों के दिनों में अक्सर छोटे तालाब को देखने आती हैं। इन दिनों यहाँ पर खूब सारस आते हैं और तालाब पर खूब चहल-पहल होती है। लेखिका कहती हैं कि थोड़े दिनों बाद सारस चले जाएँगे तो इस तालाब को इन सबकी बहुत याद आएगी।