चेतक की वीरता NCERT Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Question Answer
Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Questions चेतक की वीरता अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
चेतक किस तरह की चाल से निराला दिखाई पड़ता था ?
उत्तर:
अपनी चौकड़ी-सी चाल से चेतक निराला दिखाई पड़ता था।
प्रश्न 2.
चेतक को कोड़े नहीं लगाने पड़ते थे, क्यों?
उत्तर:
चेतक को कोड़े नहीं लगाने पड़ते थे, क्योंकि वह महाराणा प्रताप के मात्र इशारे से ही समझ जाता था।
प्रश्न 3.
चेतक कौन था?
उत्तर:
महाराणा प्रताप के सबसे प्रिय और प्रसिद्ध घोड़े का नाम चेतक था।
प्रश्न 4.
चेतक किसके इशारे पर मुड़ जाता था ?
उत्तर:
चेतक महाराणा प्रताप के इशारे पर मुड़ जाता था।
प्रश्न 5.
चेतक की टापों का दुश्मन पर क्या असर होता था ?
उत्तर:
चेतक की टापों से दुश्मन भयभीत हो जाता था ।
प्रश्न 6.
चेतक शत्रु की सेना पर किस प्रकार टूट पड़ता था ?
उत्तर:
चेतक शत्रु की सेना पर वज्र की भाँति टूट पड़ता था।
प्रश्न 7.
‘चेतक की वीरता’ कविता के कवि कौन हैं?
उत्तर:
‘चेतक की वीरता’ कविता के कवि श्यामनारायण पाण्डेय हैं।
प्रश्न 8.
‘अरि मस्तक’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
‘अरि-मस्तक’ से अभिप्राय है – दुश्मन का माथा।
प्रश्न 9.
कवि ने चेतक की गति की तुलना किससे की है?
उत्तर:
कवि ने चेतक की गति की तुलना हवा से की है।
Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Question Answer चेतक की वीरता लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
चेतक को देख दुश्मन क्यों दंग रह गए ?
उत्तर:
चेतक को देख दुश्मन दंग रह गए क्योंकि वह एक अद्भुत घोड़ा था। वह अपने तेज दौड़ने, वीरता और स्वामिभक्ति के लिए जाना जाता था। साथ ही वह अपने पैरों से दुश्मनों को कुचल रहा था।
प्रश्न 2.
महाराणा प्रताप के प्रति चेतक की स्वामिभक्ति किस बात में सबसे अधिक दिखाई देती है?
उत्तर:
युद्ध में बुरी तरह घायल होने पर भी महाराणा प्रताप को सुरक्षित रणभूमि से निकालना चेतक की महाराणा प्रताप के प्रति उसकी स्वामिभक्ति को दर्शाता है। घायल होकर भी वह महाराणा प्रताप के प्रति अपनी निष्ठा और कर्तव्य को नहीं भूलता है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुँचाकर ही रुकता है।
प्रश्न 3.
‘चेतक की वीरता’ में कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर:
‘चेतक की वीरता’ में कवि यह संदेश देना चाहते हैं कि अपनी सूझ-बूझ से विकट परिस्थियों में भी रास्ता खोज निकालना चाहिए। ऐसे माना जाता है कि चेतक बहुत समझदार घोड़ा था। जब हल्दी घाटी का युद्ध हुआ था उस वक्त वह बड़ी वीरता से मुगल सेना के चंगुल से महाराणा प्रताप को बचाकर लाया था और उनके प्राणों की रक्षा की।
प्रश्न 4.
चेतक ने शत्रुओं का सामना कैसे किया?
उत्तर:
चेतक अपने निर्भीकता तथा वीरता का परिचय. देते हुए दुश्मनों पर आक्रमण कर देता था । दुश्मनों के बीच घुसकर भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ जाता था । चेतक हवा से भी तेज दौड़कर दुश्मनों के छक्के छुड़ा रहा था ।
प्रश्न 5.
कविता की किस पंक्ति से पता चलता है कि चेतक बहुत फुर्तीला था ?
उत्तर:
” है यहीं रहा, अब यहाँ नहीं; वह वहीं रहा है वहाँ नहीं ।” प्रस्तुत पंक्ति से चेतक के बहुत फुर्तीले होने का पता चलता है।
प्रश्न 6.
चेतक की ‘नद-सा’ क्यों कहा गया है?
उत्तर:
जिस प्रकार बड़ी नदी अपनी वेग में सब कुछ बहाकर ले जाती है उसी प्रकार चेतक जिधर जाता है उधर दुश्मन साफ हो जाते हैं। इसलिए चेतक को ‘नद-सा’ कहा गया है।
Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Questions चेतक की वीरता दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘चेतक की वीरता’ कविता का मूलभाव अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कवि श्यामनारायण पाण्डेय हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक की वीरता का वर्णन करते हुए कहते हैं कि युद्ध के मैदान में चेतक हवा से भी तेज दौड़कर दुश्मनों के छक्के छुड़ा रहा है। शत्रु परेशान हैं। महाराणा प्रताप के इशारे पाते ही वह तुरंत हवा से बातें करने के समान तेज दौड़ लगाता है। चेतक शत्रु के मस्तक पर चोट करते हुए आकाश पर पैर रखने के समान दौड़ लगाता है। चेतक इतना निडर है कि भाला चले या तलवार कहीं भी जाने से वह डरता नहीं। दुश्मनों के बीच घुसकर भीड़ को रौंदते हुए वह आगे बढ़ जाता था ।
चेतक ऐसा फुर्तीला घोड़ा था जो अभी यहाँ है तो अभी वहाँ। देखते-ही-देखते वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच जाता है। युद्ध के मैदान में ऐसी कोई जगह नहीं बची थी, जहाँ चेतक न पहुँचा हो ।
प्रश्न 2.
कविता में चेतक की वीरता के बारे में बहुत-सी बातें बताई गई हैं। इनमें से कोई सी चार बातें लिखिए जो आपको बहुत पसंद आई हों।
उत्तर:
कविता में चेतक की वीरता के बारे में कई बातें बताई गई हैं, जिनमें कुछ चार बातें निम्नलिखित हैं, जो मुझे पसंद आई हैं-
(क) स्वतंत्रता का आग्रह ‘चेतक की वीरता ‘ कविता में उसकी स्वतंत्रता के प्रति उनका अथक आग्रह और संघर्ष का जिक्र होता है। वह अपनी आज़ादी के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना करने को तैयार हैं, जो मुझे प्रेरित करता है।
(ख) साहसी भावना – चेतक की भावना की अभिव्यक्ति में साहस और निर्भीकता की भावना होती है। वह अपने मालिक के खिलाफ़ उठने वाले हर कदम को बिना किसी डर या हिचकिचाहट के तोड़ फेंकता है।
(ग) प्रकृति से मिलने वाला साथ ‘चेतक की वीरता’ कविता में प्रकृति के साथ उसका गहरा संबंध और संवाद होता है। वह अपनी माँ के साथ प्रकृति के आलोचनात्मक बातचीत करता है और उसके द्वारा सीखता है।
(घ) विश्वास और समर्पण ‘चेतक की वीरता कविता में विश्वास और समर्पण की भावना होती है। वह अपने मालिक के प्रति अपना जीवन समर्पित कर देता है। और उसके साथ निःस्वार्थ रूप से बदल जाता है।
Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Question Answer चेतक की वीरता मूल्यपरक / व्यावहारिक प्रश्न
प्रश्न.
चेतक की वीरता से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर:
चेतक की वीरता से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हम किसी के मुश्किल समय में किसी का साथ देते हैं तो मार्ग में आने वाली मुश्किलों से घबराना नहीं चाहिए । ईमानदारी के साथ सहायक बनना चाहिए । विपदा के समय अपने कदम पीछे नहीं हटाने चाहिए जैसे चेतक ने अंत समय तक राणा प्रताप का साथ दिया।
Class 6 Hindi Chapter 11 Extra Questions अर्थग्रहण संबंधी एवं बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
दिए गए काव्यांशों को पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
[1]
रण – बीच चौकड़ी भर-भरकर
चेतक बन गया निराला था।
राणा प्रताप के घोड़े से
पड़ गया हवा को पाला था। (पृष्ठ 122)
शब्दार्थ : रण – युद्ध क्षेत्र । चौकड़ी – छलांग ।
व्याख्या – प्रस्तुत पंक्तियाँ श्यामनारायण पाण्डेय द्वारा रचित ‘चेतक की वीरता’ नामक कविता से उद्धृत है । कवि इन पंक्तियों में चेतक की वीरता का वर्णन करते हुए यह कहते हैं कि चेतक युद्ध के मैदान में चौकड़ी भरकर अथवा छलांग लगाकर अपनी वीरता को दिखाता है, उसके चलने के तीव्र गति से ऐसा प्रतीत होता है जैसे मानो वह हवा से बातें कर रहा हो अथवा हवा से सामना कर रहा हो।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
काव्यांश में किसकी वीरता का वर्णन है?
(क) चेतक की
(ख) राणा प्रताप की
(ग) कवि की
(घ) हवा की
उत्तर:
(क) चेतक की
प्रश्न 2.
चेतक युद्ध के मैदान में क्या भरकर अपनी वीरता को दिखाता है ?
(क) पानी भरकर
(ख) चौकड़ी भरकर
(ग) दौड़कर
(घ) सोकर
उत्तर:
(ख) चौकड़ी भरकर
प्रश्न 3.
चेतक की चलने की गति थी-
(क) मंद
(ख) सुस्त
(ग) तीव्र
(घ) धीरे-धीरे
उत्तर:
(ग) तीव्र
प्रश्न 4.
चेतक की चलने की गति ऐसी थी मानो ……………..
(क) हवा में बातें कर रहा हो
(ख) राणा प्रताप से बातें कर रहा हो ।
(ग) नदी से बातें कर रहा हो
(घ) धरती से बातें कर रहा हो
उत्तर:
(क) हवा में बातें कर रहा हो
प्रश्न 5.
‘चौकड़ी’ का क्या अर्थ है?
(क) कूदना
(ख) छलांग
(ग) बैठना
(घ) खड़ा होना
उत्तर:
(ख) छलांग
[2]
गिरता न कभी चेतक तन पर
राणा प्रताप का कोड़ा था।
वह दौड़ रहा अरि-मस्तक पर
या आसमान का घोड़ा था । (पृष्ठ 122 )
शब्दार्थ : तन शरीर । अरि-शत्रु ।
व्याख्या-कवि कहते हैं कि राणा प्रताप का कोड़ा चेतक के तन पर कभी भी नहीं गिरता था, क्योंकि वह इतना समझदार था कि अपने स्वामी की आज्ञा को भली-भाँति समझ जाता था। वह शत्रुओं के मस्तक पर इस तरह से आक्रमण करता था जैसे मानो कोई आसमान से घोड़ा जमीन पर उतर आया हो अर्थात वह बहुत तेजी से अपने शत्रुओं के सिर पर प्रहार करता था।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
किसका कोड़ा चेतक के तन पर नहीं गिरता था ?
(क) राणा प्रताप का
(ख) चेतक का
(ग) कवि का
(घ) हवा का
उत्तर:
(क) राणा प्रताप का
प्रश्न 2.
चेतक कैसा था ?
(क) नासमझ
(ख) समझदार
(ग) सुस्त
(घ) मंदबुद्धि
उत्तर:
(ख) समझदार
प्रश्न 3.
चेतक शत्रुओं के किस पर आक्रमण करता था ?
(क) पैर पर
(ख) पेट पर
(ग) मस्तक पर
(घ) धर पर
उत्तर:
(ग) मस्तक पर
प्रश्न 4.
चेतक शत्रुओं के सिर पर प्रहार करता था-
(क) तेजी से
(ख) धीरे-धीरे
(ग) अचानक
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) तेजी से
प्रश्न 5.
‘अरि’ का अर्थ है-
(क) मित्र
(ख) शत्रु
(ग) नाग
(घ) राजा
उत्तर:
(ख) शत्रु
[3]
जो तनिक हवा से बाग हिली
लेकर सवार उड़ जाता था।
राणा की पुतली फिरी नहीं
तब तक चेतक मुड़ जाता था । (पृष्ठ 122 )
शब्दार्थ : तनिक – थोड़ा। बाग- लगाम । पुतली – आँख के बीच का वह काला भाग जिसके मध्य में प्रकाश की किरण प्रवेश करती है।
व्याख्या -कवि कहते हैं कि अगर हवा के माध्यम से भी घोड़े की लगाम जरा सी भी हिल जाती थी तो वह तुरंत अपने सवारी को लेकर अर्थात राणा प्रताप को लेकर तीव्र गति से उड़ जाता था अर्थात बहुत तेजी से दौड़ाने लगता था। राणा प्रताप को जिस तरफ मुड़ना होता वह उनकी आँखों के पुतली के घूमने से पूर्व ही उस दिशा में मुड़ जाता था, कहने का तात्पर्य यह है कि चेतक अपने स्वामी की हर प्रतिक्रिया को भली-भाँति समझ जाता था ।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
सवार लेकर कौन उड़ जाता था ?
(क) चेतक
(ख) राणा प्रताप
(ग) कवि
(घ) सभी
उत्तर:
(क) चेतक
प्रश्न 2.
चेतक किसकी हर प्रतिक्रिया को भली-भाँति समझ जाता था ?
(क) शत्रु की
(ख) राणा प्रताप की
(ग) हाथी की
(घ) तलवार की
उत्तर:
(ख) राणा प्रताप की
प्रश्न 3.
आँखों की पुतली घूमने से पूर्व कौन मुड़ जाता था ? |
(क) शत्रु
(ख) राणा प्रताप
(ग) चेतक
(घ) हाथी
उत्तर:
(ग) चेतक
प्रश्न 4.
चेतक किसको लेकर तीव्र गति से उड़ जाता था ?
(क) शत्रु को
(ख) कवि को
(ग) पानी को
(घ) राणा प्रताप को
उत्तर:
(घ) राणा प्रताप को
प्रश्न 5.
काव्यांश में ‘लगाम’ का पर्यायवाची शब्द प्रयुक्त है-
(क) बाग
(ख) रस्सी
(ग) तनिक
(घ) हिली
उत्तर:
(क) बाग
[4]
कौशल दिखलाया चालों में
उड़ गया भयानक भालों में।
निर्भीक गया वह ढालों में
सरपट दौड़ा करवालों में। (पृष्ठ 122)
शब्दार्थ : निर्भीक – नीडर | सरपट- बहुत तेज गति से ।
व्याख्या -कवि कहते हैं कि चेतक ने अपनी कौशलता और वीरता का परिचय अपनी चाल के द्वारा दिखाया, तीव्र गति से दौड़ना और निडर होकर अपने शत्रुओं पर आक्रमण करना यह उसकी वीरता का स्मारक था। वह निडर होकर युद्ध के समय में भयानक भालों और तलवारों से सुसज्जित शत्रुओं के बीच में जाकर उन पर प्रहार करता और नहरों, नालों आदि को पार करता हुआ सरपट अर्थात बहुत तेज गति से बाधाओं में फँसने के बाद भी वह निकल जाता।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
किसने अपनी कौशलता और वीरता का परिचय दिया?
(क) चेतक
(ख) राणा प्रताप
(ग) कवि
(घ) शत्रु
उत्तर:
(क) चेतक
प्रश्न 2.
चेतक ने अपनी कौशलता और वीरता किसके द्वारा दिखायी ?
(क) हाल द्वारा
(ख) चाल के द्वारा
(ग) भय के द्वारा
(घ) ढाल के द्वारा
उत्तर:
(ख) चाल के द्वारा
प्रश्न 3.
चेतक की वीरता का स्मारक था-
(क) निडर होकर अपने शत्रुओं पर आक्रमण करना
(ख) तेज दौड़ना
(ग) शत्रु पर आक्रमण न करना
(घ) डरकर
उत्तर:
(क) निडर होकर अपने शत्रुओं पर आक्रमण करना
प्रश्न 4.
भालों और तलवारों से सुसज्जित शत्रुओं के बीच में जाकर शत्रुओं पर कौन प्रहार करता था ?
(क) राणा प्रताप
(ख) चेतक
(ग) शत्रु
(घ) कवि
उत्तर:
(ख) चेतक
प्रश्न 5.
‘सरपट’ का क्या अर्थ है ?
(क) बहुत तेज गति से
(ख) दौड़कर
(ग) धीरे-धीरे
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) बहुत तेज गति से
[5]
है यहीं रहा, अब यहाँ नहीं
वह वहीं रहा है वहाँ नहीं ।
थी जगह न कोई जहाँ नहीं
किस अरि- मस्तक पर कहाँ नहीं। (पृष्ठ 122 )
शब्दार्थ : अरि-शत्रु । मस्तक – माथा, सिर ।
व्याख्या-कवि कहते हैं कि युद्ध के क्षेत्र में ऐसा कोई स्थान नहीं था जहाँ पर चेतक ने अपने शत्रुओं पर प्रहार न किया हो। वह किसी एक स्थान पर दिखता लेकिन जैसे ही दूसरे शत्रु ही आक्रमण करने के लिए वहाँ पहुँचते तो वह तुरंत वहाँ से गायब हो जाता। फिर वह कहीं दूसरी जगह दिखता ठीक उसी प्रकार वह वहाँ से भी गायब हो जाता। अतः युद्ध के सभी स्थलों पर अपनी वीरता का परचम लहराता था।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘अरि’ का अर्थ है-
(क) शत्रु
(ग) साँप
(ख) मित्र
(घ) नेवला
उत्तर:
(क) शत्रु
प्रश्न 2.
चेतक ने युद्ध के किन स्थलों पर अपना परचम लहराया?
(क) बीच में
(ख) एक किनारे
(ग) सभी स्थलों पर
(घ) केवल तंबू पर
उत्तर:
(ख) एक किनारे
प्रश्न 3.
एक स्थान से दूसरे स्थान पर कौन चला जाता था ?
(क) शत्रु
(ख) चेतक
(ग) राणा प्रताप
(घ) कवि
उत्तर:
(ख) चेतक
प्रश्न 4.
वीरता का परचम लहराया-
(क) शत्रुओं ने
(ख) राणा प्रताप ने
(ग) कवि ने
(घ) चेतक ने
उत्तर:
(घ) चेतक ने
प्रश्न 5.
काव्यांश में ‘सिर’ का पर्यायवाची शब्द प्रयुक्त हुआ है-
(क) अरि
(ख) मस्तक
(ग) यहीं
(घ) वहीं
उत्तर:
(ख) मस्तक
[6]
बढ़ते नद-सा वह लहर गया
वह गया गया फिर ठहर गया।
विकराल बज्र मय बादल-सा
अरि की सेना पर घहर गया। (पृष्ठ 123)
शब्दार्थ : नद-नदी । अरि-शत्रु । घहरना – टूट पड़ना ।
व्याख्या-कवि कहते हैं कि वह नदी की लहरों की भाँति आगे बढ़ता गया । वह जहाँ भी जाता कुछ क्षण के लिए रुक जाता फिर अचानक विकराल, बिजली की चमक की तरह, बादल का रूप धारण करके अपने दुश्मनों पर प्रहार करता अर्थात टूट पड़ता था ।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कौन नदी की लहरों की भाँति आगे बढ़ता गया ?
(क) चेतक
(ख) शत्रु
(ग) राणा प्रताप
(घ) कवि
उत्तर:
(क) चेतक
प्रश्न 2.
कुछ क्षण के लिए कौन रुक जाता था ?
(क) शत्रु
(ख) राणा प्रताप
(ग) चेतक
(घ) कवि
उत्तर:
(ग) चेतक
प्रश्न 3.
चेतक किसकी चमक की तरह शत्रुओं पर प्रहार करता था ?
(क) बिजली की
(ख) पानी की
(ग) हवा की
(घ) नदी की
उत्तर:
(क) बिजली की
प्रश्न 4.
चेतक किसका रूप धारण करके अपने दुश्मनों पर प्रहार करता था?
(क) नदी का
(ख) आग का
(ग) बादल का
(घ) अरि का
उत्तर:
(ग) बादल का
प्रश्न 5.
चेतक किसकी लहरों की भाँति आगे बढ़ता गया ?
(क) नदी की
(ख) हवा की
(ग) पानी की
(घ) तूफान की
उत्तर:
(क) नदी की
[7]
भाला गिर गया, गिरा निषंग,
हय टापों से खन गया अंग ।
वैरी – समाज रह गया दंग
घोड़े का ऐसा देख रंग । (पृष्ठ 123)
शब्दार्थ : हय- घोड़ा । वैरी – दुश्मन ।
व्याख्या-कवि कहते हैं कि घोड़े की टापों से अर्थात उसके पैरों से दुश्मन पूरी तरीके से घायल हो गए उनके भाले और तरकस सभी ज़मीन पर पड़े थे। चेतक की वीरता का ऐसा पराक्रम देखकर बैरी दल ( दुश्मन का खेमा) दंग रह गया।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
किसकी टापों से दुश्मन पूरी तरह से घायल हो गए?
(क) घोड़े की
(ख) हाथी की
(ग) बैल की
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(क) घोड़े की
प्रश्न 2.
भाले और तरकस कहाँ पड़े थे?
(क) नदी में
(ख) जमीन पर..
(ग) घर में
(घ) तंबू में
उत्तर:
(ख) जमीन पर..
प्रश्न 3.
वैरी दल का अर्थ है-
(क) दुश्मन का खेमा
(ख) बेर का दल
(ग) कमल पुँज
(घ) दाल
उत्तर:
(क) दुश्मन का खेमा
प्रश्न 4.
चेतक की वीरता का पराक्रम देखकर कौन दंग रह गए?
(क) वैरी दल
(ख) मित्र दल
(ग) नदी
(घ) राणा प्रताप
उत्तर:
(क) वैरी दल
प्रश्न 5.
काव्यांश में ‘घोटक’ का पर्यायवाची शब्द प्रयुक्त है-
(क) वैरी
(ख) हय
(ग) रंग
(घ) दंग
उत्तर:
(ख) हय
परीक्षोपयोगी अन्य आवश्यक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
चेतक कौन था? उसने अपना रण-कौशल कहाँ दिखाया?
उत्तर:
चेतक राणा प्रताप का घोड़ा था। उसने मुगल साम्राज्य से प्रताप के युद्ध में अपना कौशल हल्दीघाटी में दिखाया।
प्रश्न 2.
महाराणा प्रताप के जीवन के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तरः
महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया; रविवार वि. सं. 1597 को (9 मई 1540) को उदयपुर , मेवाड़ के सिसौदिया वंश में हुआ था। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग,पराक्रम एवं दृढ़ता के लिए विख्यात है। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया। वे राजपूत परंपरा के राजा थे। उनका जन्म पाली जिले में हुआ था।
प्रश्न 3.
चेतक की वीरता कहाँ प्रकट हुई थी?
उत्तरः
चेतक की वीरता हल्दीघाटी के युद्ध में प्रकट हुई थी। इस युद्ध में प्रताप की सेना मुगल-सेना से टकराई थी। चेतक ने इस युद्ध में मुगलों के छक्के छुड़ा दिए थे। उसका रण-कौशल देखते ही बनता था।
भाषा की बात
1. समानार्थक शब्द-शब्द ज्ञान : (पर्यायवाची शब्द)
फूल | पुष्प | प्रसून | सुमन | कुसुम |
सूर्य | दिनकर | दिवाकर | मार्तंड | सूरज |
कमल | सरोज | पंकज | पद्म | सरसिज |
रात | रात्रि | निशा | रजनी | विभावरी |
पृथ्वी | धरती | भू | धरा | भूमि |
2. विपरीतार्थक शब्द : ( विलोम शब्द)
3. अनेकार्थी शब्द :
चित्र-वर्णन
निम्नलिखित चित्र को देखकर इसका वर्णन अपने शब्दों में कीजिए :