Students must start practicing the questions from CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi A with Solutions Set 1 are designed as per the revised syllabus.
CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi A Set 1 with Solutions
निर्धारित समय: 3 घण्टे
पूर्णांक: 80
सामान्य निर्देशः
1. इस प्रश्नपत्र में दो खण्ड हैं- खण्ड ‘अ’ और ‘ब’ । खण्ड-अ में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खण्ड-ब में वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
2. प्रश्नपत्र के दोनों खण्डों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
3. यथासम्भव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए ।
4. खण्ड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 44 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
5. खण्ड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
खण्ड – ‘अ’ (बहुविकल्पीय / वस्तुपरक प्रश्न)
अपठित गद्यांश व काव्यांश (10 अंक)
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय / वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
घर फूँकने का अर्थ है – धन और मान का मोह त्याग करना, भूत और भविष्य की चिन्ता छोड़ देना और सत्य के सामने सीधे खड़े होने में जो कुछ भी बाधा हो, उसे विनम्रतापूर्वक ध्वंस कर देना । पर सत्यों का सत्य यह है कि कबीरदास के साथ चलने की प्रतिज्ञा करने के बाद भी लोग घर नहीं फूँक सके । मठ बने, मंदिर बने, प्रचार के साधन आविष्कार किए गए और उनकी महिमा बताने के लिए अनेक पोथियाँ रचीं गईं। इस बात का बराबर प्रयत्न होता रहा और अपने इर्द-गिर्द के समाज में कोई यह न कह सके कि इसका अमुक कार्य सामाजिक दृष्टि से अनुचित है अर्थात् विद्रोही बनने की प्रतिज्ञा भूल गए, सुलह और समझौते का रास्ता स्वीकार कर लिया और आगे चलकर ‘गुरुपद’ पाने के लिए हाईकोर्ट की भी शरण ली गई। यह कह देना कि सब गलत हुआ, कुछ विशेष काम की बात नहीं हुई। क्यों यह गलती हुई ? माया से छूटने के लिए माया के प्रपंच रचे गए, यह सत्य है।
(1) लोगों ने क्या प्रतिज्ञा ली थी ?
(क) अपना घर फूँकने की
(ख) जीवन की समस्त सुख-सुविधाओं का उपभोग करने की
(ग) धन और मोह का त्याग कर कबीर के बताए मार्ग पर चलने की
(घ) माया के प्रपंच में फँसने की
उत्तर:
(ग) धन और मोह का त्याग कर कबीर के बताए मार्ग पर चलने की
(2) ‘घर फूँकने’ का क्या अभिप्राय है?
(क) धन और मान के मोह का त्याग करना
(ख) निर्भीक होकर सत्य के मार्ग पर चलना
(ग) मार्ग में आने वाली बाधाओं को विनम्रतापूर्वक नष्ट करना
(घ) उपरोक्त सभी कथन सही हैं
उत्तर:
(घ) उपरोक्त सभी कथन सही हैं
(3) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उचित विकल्प चुनिए-
कथन (A) : पोथियाँ रचने का उद्देश्य था।
कारण (R) : धर्म विशेष सम्बन्धी विचारों और उद्देश्यों को प्रसारित करना ।
(क) कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(4) ‘माया से छूटने के लिए माया के प्रपंच रचे गए। ‘ उपर्युक्त कथन के पक्ष में निम्नलिखित तर्कों पर विचार कीजिए ।
1. लोगों ने अपने घर फूँक डाले ।
2. मठ बनाए, मंदिर बनाए तथा प्रचार किया ।
3. सामाजिक दृष्टि से अनुचित कार्यों का विद्रोह किया ।
(क) 1 सही है।
(ख) 2 सही है ।
(ग) 3 सही है।
(घ) 1 और 2 दोनों सही हैं।
उत्तर:
(ख) 2 सही है ।
(5) गद्यांश में आए हुए ‘गुरुपद’ शब्द का क्या अर्थ है ?
(क) गुरु का पद
(ख) गुरु और पद
(ग) महत्त्वपूर्ण पद
(घ) स्वामी का पद
उत्तर:
(ग) महत्त्वपूर्ण पद
2. निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय / वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए । (1 × 5 = 5)
मन-मोहिनी प्रकृति की जो गोद में बसा है,
सुख स्वर्ग-सा जहाँ है, वह देश कौन-सा है ?
जिसका चरण निरंतर रत्नेश धो रहा है।
जिसका मुकुट हिमालय, वह देश कौन-सा है ?
नदियाँ जहाँ सुधा की धारा बहा रहीं हैं,
सींचा हुआ सलोना, वह देश कौन-सा है ?
जिसके बड़े रसीले फल कंद-नाज मेवे
सब अँगने सजे हैं, वह देश कौन-सा है ?
जिसके सुगंधवाले सुंदर प्रसून प्यारे,
दिन-रात हँस रहे हैं, वह देश कौन-सा है ?
(1) समुद्र जिस देश के चरणों को धो रहा है, वह है:
(क) पाकिस्तान
(ख) भारतवर्ष
(ग) बर्मा
(घ) नेपाल ।
उत्तर:
(ख) भारतवर्ष
(2) भारत के माथे पर मुकुट के रूप में सजा हुआ है:
(क) विंध्याचल
(ख) नीलगिरि
(ग) हिमालय
(घ) अरावली ।
उत्तर:
(ग) हिमालय
(3) भारत के अंगने में सजने वाली वस्तुएँ हैं:
(क) कड़वी बेलें, फल आदि
(ख) प्लास्टिक के खिलौने, नकली फल, बर्तन
(ग) रसीले फल, कंद, मेवे आदि
(घ) चाँदी के आभूषण, रत्न आदि ।
उत्तर:
(ग) रसीले फल, कंद, मेवे आदि
व्याख्या- भारत के आँगन में सजने वाली वस्तुएँ रसीले फल, कंद, मेवे आदि हैं।
(4) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उचित विकल्प चुनिए-
कथन (A): भारत देश प्रकृति की गोद में स्थित है।
कारण (R): यहाँ घने जंगल हैं।
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है ।
(ग) कथन (A) व (R) सही हैं और कथन (A), (R) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) व (R) सही हैं और कथन (A), (R) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर:
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(5) भारत के किस रूप का वर्णन यहाँ किया गया है?
(क) प्राकृतिक स्वरूप का
(ख) राजनैतिक स्वरूप का
(ग) सामाजिक स्वरूप का
(घ) आर्थिक स्वरूप का ।
उत्तर:
(क) प्राकृतिक स्वरूप का
व्याख्या-इस कविता में भारत के प्राकृतिक स्वरूप का वर्णन बहुत ही मनमोहक व सुन्दर तरीके से किया है।
व्याकरण (16 अंक)
3. निर्देशानुसार ‘ उपसर्ग और प्रत्यय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए । (1 × 4 = 4)
(1) ‘संवेदना’ शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है-
(क) स
(ख) सम्
(ग) सम
(घ) सन्न
उत्तर:
(ख) सम्
व्याख्या-सम्वेदना शब्द में ‘सम्’ उपसर्ग है। ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द से पूर्व जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं तथा उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं।
(2) ‘अभि’ उपसर्ग से बना शब्द नहीं है-
(क) अभिमान
(ख) अभिकर्ता
(ग) अभ्युदय
(घ) अभय
उत्तर:
(घ) अभय
(3) ‘वैज्ञानिक’ शब्द में प्रयुक्त प्रत्यय है-
(क) निक
(ख) क
(ग) इक
(घ) अक
उत्तर:
(ग) इक
(4) ‘कार’ प्रत्यय से निर्मित शब्द नहीं है –
(क) चित्रकार
(ख) बेकार
(ग) स्वर्णकार
(घ) पत्रकार
उत्तर:
(ख) बेकार
(5) ‘दु’ उपसर्ग से निर्मित शब्द है-
(क) दुबला
(ख) दुर्बल
(ग) दुस्साहस
(घ) दुष्कर
उत्तर:
(क) दुबला
4. निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए । (1 × 4 = 4)
(1) ‘लाभ-हानि’ का विग्रह कर समास का नाम बताइए-
(क) लाभ में हानि – तत्पुरुष समास
(ख) लाभ है जो हानि – कर्मधारय समास
(ग) लाभ की हानि – तत्पुरुष समास
(घ) लाभ और हानि – द्वन्द्व समास
उत्तर:
(घ) लाभ और हानि – द्वन्द्व समास
व्याख्या-समास का वह रूप जिसमें प्रथम और द्वितीय दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे द्वन्दू समास कहते हैं।
(2) ‘प्रतिमाह’ का विग्रह कर समास का भेद बताइए-
(क) प्रति है जो माह- कर्मधारय समास
(ख) प्रति और माह – द्वंद्व समास
(ग) प्रत्येक हर महीने – अव्ययीभाव समास
(घ) प्रति माह है जो – बहुव्रीहि समास
उत्तर:
(ग) प्रत्येक हर महीने – अव्ययीभाव समास
(3) ‘रसोईघर’ का विग्रह कर समास का नाम बताइए-
(क) रसोई के लिए घर – तत्पुरुष समास
(ख) रसोई और घर- – द्वंद्व समास
(ग) रसोई घर है जो – बहुव्रीहि समास
(घ) रसोई घर का समाहार – द्विगु समास
उत्तर:
(क) रसोई के लिए घर – तत्पुरुष समास
(4) ‘महात्मा’ का विग्रह कर समास का नाम बताइए-
(क) महा है जो आत्मा – कर्मधारय समास
(ख) महा की आत्मा – तत्पुरुष समास
(ग) महान् है जो आत्मा – कर्मधारय समास
(घ) महान् के लिए आत्मा – तत्पुरुष समास
उत्तर:
(ग) महान् है जो आत्मा – कर्मधारय समास
(5) ‘घुड़दौड़’ का विग्रह कर समास का नाम बताइए-
(क) घुड़ में दौड़ – तत्पुरुष समास
(ख) घुड़ और दौड़ – द्वंद्व समास
(ग) घोड़ों के लिए दौड़ – तत्पुरुष समास
(घ) घोड़ों की दौड़ – तत्पुरुष समास
उत्तर:
(घ) घोड़ों की दौड़ – तत्पुरुष समास
5. निर्देशानुसार ‘अर्थ के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए- (1 × 4 = 4)
‘यहाँ शोर मत करो।’ अर्थ के आधार पर वाक्य है-
(क) विधानवाचक वाक्य
(ख) आज्ञावाचक वाक्य
(ग) संकेतवाचक वाक्य
(घ) विस्मयवाचक वाक्य
उत्तर:
(ख) आज्ञावाचक वाक्य
(2) ‘तुम क्या लाए हो ?’ अर्थ के आधार पर वाक्य है-
(क) इच्छावाचक वाक्य
(ख) संकेतवाचक वाक्य
(ग) विधानवाचक वाक्य
(घ) प्रश्नवाचक वाक्य
उत्तर:
(घ) प्रश्नवाचक वाक्य
व्याख्या-जिस वाक्य में प्रश्न पूछने का भाव हो, उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
(3) ‘ईश्वर आपको सफलता प्रदान करे।’ अर्थ के आधार पर भेद बताइए –
(क) इच्छावाचक
(ख) आज्ञावाचक
(ग) विधानवाचक
(घ) संकेतवाचक
उत्तर:
(क) इच्छावाचक
(4) ‘कविता बैठकर पढ़ती है । ‘ संदेहवाचक वाक्य में बदलिए-
(क) शायद, कविता बैठकर पढ़े ।
(ख) कविता बैठकर पढ़ो।
(ग) काश ! कविता बैठकर पढ़ती ।
(घ) कविता जाओ और बैठकर पढ़ो।
उत्तर:
(क) शायद, कविता बैठकर पढ़े ।
(5) ‘छि: ! कितना गंदा लिखते हो ।’ अर्थ के आधार पर वाक्य है—
(क) विधानवाचक
(ख) संकेतवाचक
(ग) इच्छावाचक
(घ) विस्मयवाचक
उत्तर:
(घ) विस्मयवाचक
6. निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(1) ‘रघुपति राघव राजा राम । ‘ में प्रयुक्त अलंकार को पहचानकर नाम लिखिए-
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) अनुप्रास
(घ) उपमा
उत्तर:
(ग) अनुप्रास
(2) यमक अलंकार का उदाहरण है-
(क) सुरुचि सुवास सरस अनुरागा
(ख) कोलाहल बैठा सुस्ताने
(ग) कनक- कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय
(घ) हरिपद कोमल कमल से
उत्तर:
(ग) कनक- कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय
(3) ‘वह दीप शिखा-सी शांत भव में लीन’ में अलंकार है-
(क) अनुप्रास
(ख) श्लेष
(ग) उपमा
(घ) उत्प्रेक्षा
उत्तर:
(ग) उपमा
(4) ‘मैया मैं तो चन्द्र खिलौना लैहों’ में अलंकार है-
(क) उपमा
(ख) रूपक
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) मानवीकरण ।
उत्तर:
(ख) रूपक
(5) ‘एक सुंदर सीप का मुँह था खुला’ में अलंकार है-
(क) अनुप्रास
(ख) यमक
(ग) रूपक
(घ) उपमा
उत्तर:
(क) अनुप्रास
व्याख्या- जब किसी वर्ण की बार-बार आवृत्ति हो तब वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है।
पाठ्य पुस्तक क्षितिज भाग-1 (14 अंक)
गद्य खण्ड (7 अंक)
7. निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
चार-पाँच बजे के करीब मैं गाँव से मील भर पर था, तो सुमति इंतज़ार करते हुए मिला । मंगोलों का मुँह वैसे ही लाल होता है और अब तो वह पूरे गुस्से में था। उन्होंने कहा- “मैंने दो टोकरी कंडे फूँक डाले, तीन-तीन बार चाय को गरम किया” मैंने बहुत नरमी से जवाब दिया – लेकिन मेरा कसूर नहीं है मित्र ? देख नहीं रहे हो कैसा घोड़ा मुझे मिला है, मैं तो रात तक पहुँचने की उम्मीद रखता था ।
(1) यह गद्यांश किस पाठ से लिया गया है और इसके लेखक कौन हैं?
(क) ल्हासा की ओर, लेखक – श्यामाचरण दुबे
(ख) मेरी तिब्बत यात्रा, लेखक – राहुल सांकृत्यायन
(ग) ल्हासा की ओर, लेखक – राहुल सांकृत्यायन
(घ) मेरे बचपन के दिन, लेखिका – महादेवी वर्मा
उत्तर:
(ग) ल्हासा की ओर, लेखक – राहुल सांकृत्यायन
(2) सुमति कौन था ?
(क) लेखक परिचित
(ख) सामान ढोने वाला भरिया
(ग) एक बौद्ध भिक्षु और लेखक का मित्र
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) एक बौद्ध भिक्षु और लेखक का मित्र
व्याख्या-सुमति एक मंगोल बौद्ध भिक्षु और लेखक का मित्र था। उनका व्यक्तित्व बहुत सुन्दर था।
(3) सुमति गुस्से में क्यों था ?
(क) वह लेखक की बहुत देर से प्रतीक्षा कर रहा था।
(ख) उसे भूख लग रही थी ।
(ग) लेखक की प्रतीक्षा करते-करते उसे नींद आ रही थी ।
(घ) वह तीन – चार बार दूध गरम कर-करके ऊब चुका था ।
उत्तर:
(क) वह लेखक की बहुत देर से प्रतीक्षा कर रहा था।
(4) सुमति ने अपनी नाराज़गी प्रकट करते हुए लेखक से क्या कहा ?
(क) मैंने दो टोकरी कंडे फूँक डाले ।
(ख) मुझे तुम्हारे न आने से डर लग रहा था।
(ग) मैंने तीन-तीन बार चाय को गरम किया ।
(घ) (क) और (ग) दोनों
उत्तर:
(घ) (क) और (ग) दोनों
व्याख्या-सुमति ने लेखक को गुस्से से बताया कि उनके इंतज़ार में उन्होंने ठंड से बचने के लिए दो टोकरी कंडे फूँक दिए और तीन बार चाय को गर्म किया।
(5) लेखक ने अपनी देरी से आने का क्या कारण बताया ?
(क) उसका घोड़ा बहुत सुस्त था ।
(ख) उसका घोड़ा घायल हो गया था ।
(ग) उसके साथी उसे छोड़कर चले गए थे।
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) उसका घोड़ा बहुत सुस्त था ।
8. ‘क्षितिज भाग – I’ के गद्य पाठों पर आधारित निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 2 = 2)
(1) राहुल सांकृत्यायन जी ने कौन-सा धर्म अपनाया ?
(क) हिंदू धर्म
(ख) पारसी धर्म
(ग) जैन धर्म
(घ) बौद्ध धर्म
उत्तर:
(घ) बौद्ध धर्म
व्याख्या—राहुल जी ने सन् 1930 में श्रीलंका जाकर बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया था।
(2) ‘ल्हासा की ओर’ पाठ के आधार पर बताइए कि उस समय तिब्बत की ज़मीनों पर किन का अधिकार था ?
(क) डाकुओं का
(ख) वहाँ की सरकार का
(ग) जैन धर्म का
(घ) बौद्ध धर्म का
उत्तर:
(घ) बौद्ध धर्म का
व्याख्या-उस समय तिब्बत की अधिकतर ज़मीन वहाँ के छोटे-बड़े जागीरदारों में बँटी थी।
काव्य खण्ड (7 अंक)
9. निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
मोकों कहाँ ढूँढ़े बंदे मैं तो तेरे पास में ।
ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काबे कैलास में ।
ना तो कौने क्रिया कर्म में, नहीं योग बैराग में ।
खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पलभर की तलास
कहै कबीर सुनो भई साधो, सब स्वाँसों की स्वाँस में ॥
(1) मनुष्य अपनी अज्ञानतावश क्या करता है?
(क) ईश्वर को खोजता है
(ख) वैराग्य धारण कर लेता है
(ग) विकल्प (क) और
(ख) (घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) ईश्वर को खोजता है
(2) ईश्वर कहाँ व्याप्त है?
(क) प्रत्येक जीव के भीतर
(ख) मन्दिर में
(ग) मस्ज़िद में
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) प्रत्येक जीव के भीतर
व्याख्या-कबीरदास के अनुसार भगवान तो प्रत्येक मनुष्य की आत्मा में विद्यमान हैं।
(3) कबीर ने किसका विरोध किया है?
(क) आडम्बरों का
(ख) विकल्प (क) और (ग)
(ग) ईश्वर का
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) आडम्बरों का
(4) ‘पास’ का विलोम है-
(क) निकट
(ख) विकल्प (क) और (ग)
(ग) दूर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) दूर
(5) ‘खोज’ का समानार्थी शब्द है-
(क) जाँच
(ख) छानबीन
(ग) विकल्प (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) विकल्प (क) और (ख)
10. पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 2 = 2)
(1) कवि किसे जीवन संगीत मानता है?
(क) कोयल की आवाज़ को
(ख) मोर की आवाज़ को
(ग) कोल्हू की आवाज़ को
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(ग) कोल्हू की आवाज़ को
व्याख्या -कवि कोयल को उद्देशित करते हुए कहते हैं कारागृह की सींखचों को ही हमने स्वीकारा है अब तो कोल्हू की चर्र चूँ ध्वनि हमारे लिए जीवन संगीत है ।
(2) ‘कोयल की कूक’ में किसकी अनुभूति होती है ?
(क) मृदु आवाज़ की
(ख) दुःख और वेदना की
(ग) मीठी आवाज़ की
(घ) कर्कश आवाज़ की
उत्तर:
(ख) दुःख और वेदना की
व्याख्या – कारागृह में बंद स्वतंत्रता सेनानियों को देखकर उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कोयल की कूक में हूक और वेदना की अनुभूति होती है ।
खण्ड – ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
पाठ्य पुस्तक क्षितिज भाग-1 व पूरक पाठ्य पुस्तक कृतिका भाग-1 (20 अंक)
11. गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए – (2 × 3 = 6)
(1) ‘दो बैलों की कथा’ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि स्वतंत्रता सहज ही नहीं मिलती, उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है।
उत्तर:
बैलों का गया के घर से भागना, साँड से लड़ाई, काँजीहौस में हफ्तों भूखे रहकर संघर्ष करना, भागने का प्रयास असफ़ल होना, ‘नीलाम होने के बाद मालिक के हाथ से निकल भागना तथा स्थान-स्थान पर मार खाना सिद्ध करता है कि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
(2) ‘पंखों पर सवार साँवले सपनों का हुजूम’ किसे और क्यों कहा गया है ? ‘साँवले सपनों की याद’ पाठ के आधार पर समझाकर बताइए ।
उत्तर:
‘पंखों पर सवार साँवले सपनों का हुजूम’ पक्षी विज्ञानी सालिम अली के जनाजे को कहा गया है। उनका मृत शरीर मौत की खामोश वादी की ओर अग्रसर है। वे प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी थे और अब इस दुनिया से विदा ले रहे थे । अतः पक्षियों से सम्बन्धित सपने अब वे नहीं देख सकेंगे ।
(3) भारत की महिलाओं की तुलना में तिब्बत की महिलाओं की सामाजिक स्थिति कैसी थी ? ‘ल्हासा की ओर’ पाठ के आधार पर लिखिए ।
उत्तर:
तिब्बत की औरतें पर्दा नहीं करती थीं। वे अतिथि का स्वागत-सत्कार भी करती थीं, चाहे घर में कोई पुरुष हो या न हो । तिब्बती औरतें जाति-पाँति, छुआछूत में विश्वास नहीं करती थीं। जबकि भारत की औरतें पर्दा करती थीं तथा किसी अपरिचित पर आसानी से विश्वास नहीं करती थीं। वे स्वयं को असुरक्षित महसूस करती थीं। यही अन्तर भारत और तिब्बत की औरतों में थे।
(4) हरिशंकर परसाई के अनुसार, प्रेमचंद का जूता घिसा नहीं था, फटा था, क्यों ?
उत्तर:
बनिये के तगादे से बचने के लिए प्रेमचंद ने मील- दो मील के चक्कर लगाकर घर पहुँचने का रास्ता बनाया होता तो जूता घिसता क्योंकि अधिक चलने से जूता घिसता है फटता नहीं । उनके फटे जूते से संकेत मिलता है कि उसकी यह दशा किसी कठोर चीज पर बार-बार ठोकर मारने से हुई अर्थात् कठोर कुरीतियों पर वे ठोकर जो मारते थे ।
12. निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(1) कवयित्री के मन में कहाँ जाने की ललक है ? इस चाह में उसकी कैसी दशा हो रही है ? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
कवयित्री के मन में घर, अर्थात् ईश्वर के पास स्वर्ग जहाँ से वापस न आना पड़े, वहाँ जाने की ललक है। आत्मा के परमात्मा में न होने की हृदय में हूक सी उठ रही है। आत्म निवेदन, सच्ची भगवद् भक्ति, आत्म समर्पण की भावना दृष्टिगोचर होती है।
(2) कवि रसखान की कविता में मुख्यत: किसके प्रति प्रेम की मनोरमता प्रकट हुई है और वह कवि की किस विशिष्टता का परिचय देती है ?
उत्तर:
रसखान की कविता में ब्रजभूमि के प्रति उनका प्रेम व्यक्त हुआ है। अगला जन्म, चाहे जिस योनि में मिले, पर मिले ब्रजभूमि में यही उनकी आकांक्षा है क्योंकि ब्रजभूमि कृष्ण की लीलास्थली रही है। रसखान का यह भाव उनके कृष्ण प्रेम का व्यंजक है। वे कृष्ण भक्त थे अतः किसी भी स्थिति में कृष्ण की भूमि (ब्रज) का सान्निध्य पाने को लालायित है।
(3) कवि पशु, पक्षी और पहाड़ के रूप में कृष्ण का सान्निध्य क्यों प्राप्त करना चाहता है ?
उत्तर:
कवि रसखान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त हैं। उनके हृदय में श्रीकृष्ण के प्रति अगाध प्रेम है। उनकी हार्दिक इच्छा यह है कि वे किसी भी रूप में रहें पर श्रीकृष्ण की निकटता प्राप्त करें । ब्रज के कण-कण से, पशु-पक्षी, पर्वतों, तड़ागों से श्रीकृष्ण का अनन्य प्रेम रहा है। इसलिए कवि भी उनका सान्निध्य पाना चाहता है ।
(4) कवि का कोयल से ईर्ष्या का क्या कारण है ?
उत्तर:
कवि को कोयल से ईर्ष्या इसलिए हो रही है, क्योंकि कवि कारागार में बन्दी का जीवन व्यतीत कर रहा है जबकि कोयल स्वतन्त्र है। वह हरियाली का आनन्द ले रही है और खुले आसमान में विचरण कर रही है । कवि का संसार दस फुट की काल कोठरी में सिमटा हुआ है। कोयल के गाने की सभी सराहना करते हैं और कवि का रोना भी उसका गुनाह मान लिया जाता है।
13. पूरक पाठ्यपुस्तक कृतिका भाग- I के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए- (4 × 2 = 8)
(1) ‘शिक्षा बच्चों का जन्म सिद्ध अधिकार है’ – इस दिशा में लेखिका मृदुला गर्ग के प्रयासों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर:
शिक्षा प्राप्त करना हर बच्चे का जन्म सिद्ध अधिकार है, लेकिन कर्नाटक के बागलकोट कस्बे में कोई ढंग का स्कूल नहीं था । अतः बच्चों की शिक्षा प्राप्ति के उद्देश्य को पूरा करने के लिए लेखिका ने बिशप से प्राइमरी स्कूल खोलने के लिए प्रार्थना की। वहाँ क्रिश्चियन जनसंख्या कम होने के कारण लेखिका ने गैर-क्रिश्चियन बच्चों को शिक्षा पाने के लायक सिद्ध करने की ठानी। बिशप से सहायता न मिलने के कारण लेखिका ने स्वयं अंग्रेज़ी-हिन्दी – कन्नड़ तीन भाषाएँ पढ़ाए जाने वाला प्राइमरी स्कूल खोला व कर्नाटक सरकार से मान्यता भी दिलवाई |
(2) लेखिका मृदुला गर्ग के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर:
लेखिका मृदुला गर्ग ने ‘मेरे संग की औरतें’ पाठ में जो विचार व्यक्त किए हैं उनसे उनके चरित्र की विशेषताओं पर प्रकाश पड़ता है । कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(i) लेखिका अध्ययनशील तथा सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाली महिला थी ।
(ii) उन्होंने स्कूल खोलने में भी सफ़लता पाई थी ।
(iii) शिक्षा के प्रति विशेष लगाव रखती थी तथा नाटक में अभिनय करना भी उनकी रुचि थी ।
(iv) वे जो ठान लेतीं थीं उसे अवश्य पूरा करके दिखाती थीं ।
लेखिका के व्यक्तित्व से हमें यह पता चलता है कि व्यक्ति अपने जीवन में यदि कुछ ठान ले तो कठोर परिश्रम एवं अनुशासन से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
(3) एकांकी के आधार पर गोपाल प्रसाद की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर:
गोपाल प्रसाद पेशे से वकील हैं और बहुत कठोर व्यक्ति हैं । वे शिक्षा के प्रति दोहरे मापदंड रखते हैं । वे शादी को बिजनेस मानते हैं। वे पुरुष प्रधान समाज के पक्षधर दिखाई देते हैं । वे लड़कों की उच्च शिक्षा के पक्षधर हैं पर लड़कियों की उच्च शिक्षा के नहीं । उनके लिए समाज में स्त्रियों के लिए कोई स्थान नहीं । वे अत्यंत लालची हैं और रूढ़िवादी विचारों के पक्षधर हैं।
लेखन (20 अंक)
14. निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए- (6 × 1 = 6)
(1) बरसात का एक दिन
[ संकेत बिंदु – बरसात का आगमन, प्रकृति में परिवर्तन, मेरे विशेष अनुभव । ]
उत्तर:
बरसात का आगमन – जेठ की तपती धूप के बाद ऋतुओं की रानी वर्षा ऋतु आती है। भारत देश में यह प्रायः जून के अंत में आती है। वर्षा ऋतु में बरसात का आगमन बहुत ही सुखद होता है।
प्रकृति में परिवर्तन – आकाश में चारों तरफ़ घटाएँ छा जाती हैं। मस्त हवा चलने लगती है तथा मन में उल्लास उत्पन्न हो जाता है। वर्षा ऋतु का इंतज़ार हम बेसब्री से करते हैं। वर्षा आने पर चारों तरफ़ हरियाली नज़र आती है तथा प्रकृति में परिवर्तन होता है। कहा जाता है कि बसंत ऋतुओं का राजा है और वर्षा ऋतुओं की रानी, यदि वर्षा न हो तो संसार का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
मेरे विशेष अनुभव – जुलाई के दिन थे, विद्यालय खुल चुके थे। कई दिन से लगातार भयंकर गर्मी पड़ रही थी। सड़कें, घर, मकान चारों ओर मानो आग बरस रही थी, विद्यालयों में तो बहुत ही बुरा हाल था। टीन की चादरें भयंकर रूप से तप रहीं थीं। पंखे भी गर्म हवा फेंक रहे थे। अचानक आँधी-सी आई । खिड़कियाँ चरमराने लगीं। चारों ओर अँधेरा छा गया। कमरे में बिजली नहीं थी । ऐसा लगा जैसे रात हो गई है। बच्चों ने किताबें संभाल लीं। अचानक गड़गड़ाहट प्रारम्भ हो गई और बारिश होने लगी। टीन की छत पर पड़ती बूँदें शोर करने लगीं। थोड़ी ही देर में टूटी खिड़कियों से बौछारें आने लगीं। स्कूल के बरामदे गीले हो गए। मैदान में पानी एकत्र होने लगा। छोटे बच्चे कागज़ की नाव बनाकर चलाने लगे। तभी किसी शरारती बच्चे ने शोर मचा दिया कि पानी में करंट है। बस फिर क्या था अफ़रा तफ़री मच गई, सारे अध्यापक बाहर निकल आए, बच्चों को धीरे-धीरे विद्यालय के द्वार से बाहर निकाल दिया। प्रधानाचार्य ने छुट्टी की घंटी बजवा दी। बारिश बन्द नहीं हुई, किन्तु धीमी हो गई। विद्यालय आते समय मैं छतरी नहीं लाया था, इसलिए भीग गया। सड़कों पर ट्रैफिक रुक गया था। कुछ लोग छाता लगाए हुए थे। अधिकांश लोग भीगे हुए थे। विद्यालय के पास की झुग्गियों में पानी भर गया। माताजी ने गर्म चाय पिलाई। इस प्रकार आनन्दपूर्वक बरसात का दिन व्यतीत हुआ ।
(2) यात्रा जिसे मैं भूल नहीं पाता
[ संकेत बिंदु – कहाँ की यात्रा, विशेष घटना का वर्णन, अविस्मरणीय कैसे ? ]
उत्तर:
कहाँ की यात्रा – मैंने अलग-अलग साधनों से अपने जीवन में कई यात्राएँ की हैं। मैं रमेश चौहान एक गाँव का रहने वाला हूँ जो आगरा जिले में आता है। मैं अपनी परीक्षा देने के लिए नागपुर जा रहा हूँ। मैं आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के इंतज़ार में खड़ा था तभी थोड़ी देर में ट्रेन आ गई और मैं अपना बैग लेकर उसमें चढ़ गया।
विशेष घटना का वर्णन – मैं अभी तक अकेला ही था लेकिन तभी अचानक एक लड़का मेरी तरफ़ दौड़ा, जिसका नाम अमन था वह मुझसे कुछ कहने की कोशिश करने लगा लेकिन वह इतना अधिक घबराया हुआ था कि कुछ भी नहीं बोल पा रहा था । मैंने उसे तसल्ली दी और उससे उसके विषय में पूछा तो वह बोला कि वह भी महाराष्ट्र जा रहा है लेकिन उसकी सीट कन्फर्म नहीं है। मैंने उसे धैर्य बँधाते हुए अपनी सीट पर बैठा लिया।
अविस्मरणीय कैसे – अब वह शांत व प्रसन्न नज़र आ रहा था। धीरे-धीरे हम दोनों में बातचीत शुरू हो गई, कुछ ही देर में ऐसा महसूस होने लगा कि हम दोनों एक-दूसरे को काफ़ी अच्छी तरह से जानते हैं। रेल तेजी से गंतव्य की ओर चली जा रही थी । हम दोनों ने एक साथ भोजन किया। हवा तेज़ थी। जब हम नागपुर से कुछ दूर ही थे तभी हमें संतरों के दूर-दूर फैले बाग दिखने लगे। संतरों की खुशबू से वातावरण महक रहा था। तभी नागपुर रेलवे स्टेशन पर आकर रेल रुकी और मैं अमन को, जो अब तक मेरा दोस्त बन चुका था, अलविदा कह कर रेल से उतर गया। एक अज़नबी की मदद व अमन के व्यवहार से मेरा मन प्रसन्न था । अतः जब कभी दूसरों की सहायता करने का अवसर मिले तो हमें अपने कर्त्तव्य का निर्वाह अवश्य करना चाहिए ।
(3) हमारे बुज़ुर्ग : हमारी धरोहर
[संकेत बिंदु-बुजुर्गों का परिवार में महत्त्व, बुजुर्गों के दायित्व, बुजुर्गों की वर्तमान भयावह स्थिति, बुजुर्गों के प्रति सोच में बदलाव ।]
उत्तर:
बुज़ुर्गों का परिवार में महत्त्व – परिवार के वृद्धों को बुजुर्ग कहा जाता है। वे परिवार के लिए पेड़ के समान होते हैं। हमारे बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं। बुजुर्गों की आयु और उनके अनुभव परिवार के अन्य सदस्यों से अधिक होते हैं।
बुज़ुर्गों के दायित्व – यह बात सौ प्रतिशत सही है कि इनकी आवश्यकता परिवार को कदम-कदम पर पड़ती है। बुजुर्गों की उपस्थिति में परिवार के अन्य सदस्यों को चिन्ता या तनाव नहीं रहता। हमारा देश सदियों से संयुक्त परिवारों की परम्परा को महत्त्व देता आ रहा है। विभिन्न रिवाज़ों, विभिन्न परम्पराओं की जानकारी हमें अपने बुजुर्गों से ही मिलती है।
बुज़ुर्गों की वर्तमान भयावह स्थिति – लेकिन आज की आधुनिक समस्या- -नगरों के बढ़ते आकार तथा सिकुड़ते घरों में बुजुर्गों को उनके हाल पर अकेले रहकर ही जीने के लिए विवश कर दिया है। युवा पीढ़ी भौतिक सुखों तथा अपने सपनों को साकार करने के लिए दौड़ रही है। इसलिए आज का युवा बुजुर्गों को घर की शान, मान तथा अनमोल धरोहर समझने की बजाय उन्हें भार समझने लगा है तथा उनसे कटने लगा है। यह गलत है।
बुज़ुर्गों के प्रति सोच में बदलाव – बुजुर्गों का आत्मीयता से भरा साथ, गरमाहट भरा एहसास, अनुभवों का संचार, अनुभवी दृष्टिकोण का विस्तार आदि परिवार की जड़ों को मज़बूत बनाते हैं।
15. किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए- (5 × 1 = 5)
वन विभाग द्वारा लगाए गए वृक्ष सूखते जा रहे हैं। इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए किसी प्रसिद्ध दैनिक समाचार-पत्र के सम्पादक को पत्र लिखिए ।
अथवा
अपने मित्र को स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल की प्रेरणा देते हुए पत्र लिखिए ।
उत्तर:
23, आनन्द कुंज, सरिता विहार,
आगरा ।
दिनांक : 12.10.20….
सेवा में,
सम्पादक,
दैनिक जागरण,
आगरा।
विषय – वन विभाग द्वारा लगाए पौधों के सूखने के सम्बन्ध में
महोदय,
वृक्षारोपण समय की माँग है किन्तु सरकारी विभाग इसमें भी खानापूर्ति कर रहे हैं। इस वर्ष वन विभाग द्वारा जुलाई मास में स्कूल, कॉलेजों के परिसरों में लगभग 10,000 पौधों का रोपण किया गया। खेद का विषय है कि इन पौधों को रोपने के बाद उनकी देखभाल न तो वन-विभाग ने की और न स्कूल-कॉलेजों ने, फलतः ये पौधे सूखने लगे हैं। यह सरकारी धन की बरबादी है । मैं इस पत्र के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट करके यह अनुरोध करूँगा कि भविष्य में जहाँ भी पौधे लगाए जाएँ उनमें पानी आदि देने की ज़िम्मेदारी का निर्वहन भी विभागीय स्तर पर किया जाए अथवा जिस परिसर में पौधारोपण किया गया है, वहाँ के अधिकारियों को इनकी देखभाल का उत्तरदायित्व सौंपा जाए। तभी वृक्षारोपण और वन महोत्सव का कार्यक्रम सफल हो सकेगा। आशा है सम्बन्धित अधिकारी इस ओर ध्यान देने का कष्ट करेंगे ।
धन्यवाद
भवदीय
अनिमेष
अथवा
31, हरीश नगर
मेरठ। दिनांक : प्रिय मित्र राकेश,
सप्रेम नमस्कार
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। कल ही तुम्हारे द्वारा मेरे जन्मदिन का उपहारस्वरूप भेजा गया चायनीज कैमरा प्राप्त हुआ। बहुत प्रसन्नता हुई। लेकिन यदि यह कैमरा स्वदेशी होता, तो और अधिक प्रसन्नता होती । स्वदेशी वस्तुओं की गुणवत्ता विदेशी वस्तुओं से कम नहीं होती, वरन् स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग से हमारी अर्थव्यवस्था मज़बूत होती है, जो देश के विकास में सहायक है। मित्र ! हमारे प्रधानमंत्री द्वारा भी ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जा रहा है। कहा भी गया है – ‘स्वदेशी बनो, स्वदेशी अपनाओ।’ अतः हमें स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिए ।
आशा है तुम मेरे सुझाव पर ध्यान देते हुए स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग को दैनिक जीवन में बढ़ावा दोगे और दूसरों को भी प्रेरित करोगे । घर में सभी बड़ों को मेरा चरण स्पर्श और छोटों को शुभ-स्नेह ।
तुम्हारा मित्र,
मोहित
16. ‘नेकी का फल’ पर अपने विचार व्यक्त करते हुए लगभग 100 शब्दों में लघुकथा लिखिए। (5 × 1 = 5)
अथवा
किसी विषय के प्रशिक्षण के लिए ई-मेल लगभग 100 शब्दों में लिखिए ।
उत्तर:
नेकी का फल
एक बार मोहन नाम का एक लड़का था । वह बहुत गरीब था । वह घर-घर जाकर सामान बेचता और उन पैसों से पढ़ाई करता । वह पढ़ाई में बहुत तेज़ था । एक दिन उसका कोई सामान नहीं बिका और उसे बहुत भूख भी लगने लगी । अतः उसने सोचा कि जिस अगले घर पर वह जाएगा, वहाँ से कुछ खाने को माँग लेगा । अगले घर का दरवाज़ा एक लड़की ने खोला । उस लड़की को देख मोहन कुछ घबरा गया और उसने खाना ‘माँगने के बजाए उससे एक गिलास पानी माँग लिया।
लड़की उसकी घबराहट से समझ गई कि उसे ज़ोर की भूख लगी है इसलिए वह एक गिलास दूध ले आई। मोहन ने दूध पीकर उसके पैसे देने चाहे, लेकिन लड़की ने मदद के बदले पैसे लेने से इंकार कर दिया। मोहन उस लड़की और भगवान का शुक्रिया अदा कर वहाँ से चला गया। धीरे-धीरे समय बीतता गया । एक बार वह लड़की बहुत बीमार हो गई। शहर के स्थानीय डॉक्टर ने उसे किसी विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी। तब उसे दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया । वहाँ डाक्टर ने जैसे ही लड़की को देखा उसे पहचान लिया।
डाक्टर के अथक् प्रयास से लड़की ठीक हो गई। जब लड़की अस्पताल का बिल चुकाने काउंटर पर पहुँची तो वह कुछ घबराई हुई थी कि अस्पताल का बिल अवश्य ही बहुत बड़ा होगा लेकिन जब उसने बिल देखा तो वह हैरान रह गई क्योंकि बिल पर लिखा था कि एक गिलास दूध द्वारा इस बिल का भुगतान किया जा चुका है। नीचे डॉक्टर मोहन के हस्ताक्षर थे । आश्चर्य और प्रसन्नता से लड़की के आँसू निकल आए। इस तरह दूसरों के लिए बिना किसी स्वार्थ के किया गया कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाता। नेकी का फल अवश्य मिलता है।
अथवा
दिनाक: 23-04-XX
From : [email protected]
To : [email protected]
Cc: [email protected]
Bcc: ……
विषय : कम्प्यूटर विषय के 10 दिवसीय प्रशिक्षण हेतु जानकारी
अभिवादन,
आपका चयन कम्प्यूटर विषय के 10 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए हुआ है। आपको प्रशिक्षण अवधि के लिए भुगतान किया जाएगा। आपका प्रशिक्षण मंगलवार 15 अप्रैल, 20XX से शुरू होगा। जब आप प्रशिक्षण के लिए आएँ तो अपने साथ नीचे दिए गए दस्तावेजों की प्रतियाँ लेकर आएँ। दस्तावेजों का होना अति अनिवार्य है क्योंकि उसके पश्चात् ही आपको प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। इसलिए पूर्ण जानकारी देने के लिए अपने दस्तावेजों के प्रतियों के अपने साथ अवश्य लेकर आएँ । यह दस्तावेज आपको विभाग में जमा करने होंगे।
धन्यवाद
माधुरी वैश्य
मो. 8442010XXX
आवश्यक दस्तावेज
पासबुक
आधार कार्ड
पेन कार्ड
17. नोटबन्दी से प्रभावित दो ग्रामीणों के मध्य लगभग 80 शब्दों में संवाद लिखिए । (4 × 1 = 4)
अथवा
विद्यालय में आयोजित होने वाली वाद-विवाद प्रतियोगिता के लिए हिन्दी विभाग के संयोजक की ओर से लगभग 80 शब्दों में सूचना लिखिए ।
उत्तर:
हरिया : महेन्द्र ! कल रात को नरेन्द्र मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश सुना ।
महेन्द्र : हाँ, सुना, मजा आ गया। अचानक 500 और 1000 के नोट बन्द करके कालाधन इकट्ठा करने वालों की जड़ें हिला दीं।
हरिया : ठीक है पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पाकिस्तान पर पड़ेगा। अब वह आतंकवादियों को शरण नहीं दे पाएगा।