CBSE Class 6 Hindi Grammar संज्ञा के विकार Pdf free download is part of NCERT Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given NCERT Class 6 Hindi Grammar संज्ञा के विकार.
CBSE Class 6 Hindi Grammar संज्ञा के विकार
जो शब्द संज्ञा में विकार या परिवर्तन लाते हैं, वे विकारी तत्व कहलाते हैं। लिंग, वचन तथा कारक के कारण संज्ञा का रूप बदल जाता है।
लिंग – संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का, उसे लिंग कहते हैं।
लिंग के भेद
हिंदी भाषा में लिंग के दो भेद होते हैं
पुल्लिंग – जिन संज्ञा शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है वे पुल्लिंग कहलाते हैं; जैसे-बैल, पिता, घोड़ा, स्टेशन, अखबार, पेड़, घर आदि।
स्त्रीलिंग – जिन संज्ञा शब्दों से स्त्री जाति का बोध होता है, वे स्त्रीलिंग कहलाते हैं; जैसे-सेठानी, चिड़िया, मेज, कुरसी, टोकरी, लोमड़ी, दादी, मोरनी, अध्यापिका आदि।
हिंदी भाषा के सही प्रयोग के लिए संज्ञा शब्दों के लिंग का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि संज्ञा शब्दों के लिंग का प्रभाव सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा क्रियाविशेषण; जैसे
सर्वनाम पर –
(पुल्लिंग) अपना कमरा खोलो।
(स्त्रीलिंग) अपनी कोठरी खोलो।
विशेषण पर –
(पुल्लिंग) मुझे नीला पेंट चाहिए।
(स्त्रीलिंग) मुझे नीली साड़ी चाहिए।
क्रिया पर –
(पुल्लिंग) लड़का दौड़ा।
(स्त्रीलिंग) लड़की दौड़ी।
क्रियाविशेषण पर –
(पुल्लिंग) आयुष दौड़ता हुआ आया
(स्त्रीलिंग) नेहा दौड़ती हुई आई।
लिंग पहचान के कुछ सामान्य नियम
पुल्लिंग शब्दों की पहचान – कुछ शब्द प्रायः पुल्लिंग होते हैं; जैसे
देशों के नाम – भारत, चीन, अमेरिका, फ्रांस, जापान आदि।
पेड़ों के नाम – आम, केला, संतरा, अमरूद, आदि। (अपवाद, इमली)
पर्वत के नाम – हिमालय, कंचनजंगा, एवरेस्ट, फूजीयामा आदि।
ग्रहों के नाम – मंगल, सूर्य, चंद्र, राहु, केतु, शनि, बुध आदि (अपवाद–पृथ्वी, स्त्रीलिंग)
दिनों के नाम – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, वीरवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
महीनों के नाम – फरवरी, मार्च, चैत्र, बैशाख आदि। (अपवाद-जनवरी, मई, जुलाई स्त्रीलिंग)
सागर के नाम – हिंद महासागर, प्रशांत महासागर।
शरीर के अंग – बाल, सिर, कान, गाल, होठ आदि।
भाववाचक संज्ञा – प्रेम, बुढ़ापा, क्रोध, आनंद, दुख आदि।
धातुओं के नाम – ताँबा, लोहा, सोना, राँगा इत्यादि।
अकारांत शब्द – शेर, लेखक, पर्वत, पत्र आदि।
स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान – निम्नलिखित शब्द प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं
भाषाओं के नाम – हिंदी, अंग्रेज़ी, रूसी, जापानी आदि।
नदियों के नाम – गंगा, यमुना, सरस्वती, सरयू आदि।
बोलियों के नाम – हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, अवधी, ब्रजभाषा आदि।
ईकारांत शब्द – नदी, पोथी, रोटी, मिठाई, लाठी आदि।
अकारांत शब्द – प्रार्थना, आशा, कला, परीक्षा, आदि।
तिथियों के नाम – पूर्णिमा, अष्टमी, चतुर्थी, तीज आदि।
उकारांत शब्द – आयु, ऋतु ।
लिंग बदलने के कुछ नियम
शब्दों में विभिन्न प्रत्यय जोड़कर पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग शब्दों में परिवर्तित किया जाता है।
‘अ’ को ‘आ’ करके
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
छात्र शिष्य प्रिय अध्यक्ष आदरणीय |
छात्रा शिष्या प्रिया अध्यक्षा आदरणीया |
आचार्य बाल मूर्ख कमल आत्मज |
आचार्या बाला मूर्खा कमला आत्मजा |
‘अ’ ‘आ’ को ‘ई’ करके
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
दादा बेटा नाना पुत्र नर कबूतर बूढ़ा |
दादी बेटी नानी पुत्री नारी कबूतरी बूढ़ी |
लड़का घोड़ा दास साला सखा काला गोरा |
लड़की घोड़ी दासी साली सखी काली गोरी |
‘अ’ ‘आ’ को ‘इया’ करके
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
लोटा डिब्बा खाट |
लुटिया डिबिया खटिया |
बूढ़ा चूहा कुत्ता |
बुढ़िया चूहिया कुतिया |
इसके अलावा अंत में ‘अ’ के स्थान पर आनी लगाकर जैसे
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
सेठ देवर |
सेठानी देवरानी |
जेठ | जेठानी |
अंत में ‘आइन’ लगाकर जैसे
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
बाबू पंडित |
बबुआइन पंडिताइन |
ठाकुर चौधरी |
ठकुराइन चौधराइन |
अंत में ‘इका’ लगाकर जैसे
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
सेवक नायक |
सेविका नायिका |
पाठक गायक |
पाठिका गायिका |
अंत में ‘इन’ जोड़कर
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
सुनार तेली माली |
सुनारिन तेलिन मालिन |
नाग कहार |
नागिन कहारिन |
इकारांत शब्दों में ‘ई’ को ‘इ’ में बदलकर उसमें ‘णी’ या ‘नी’ लगाकर जैसे
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
अधिकारी ब्रह्मचारी |
अधिकारणी ब्रह्मचारिणी |
सहकारी मेधावी |
सहकारिणी मेधाविनी |
कुछ सर्वथा भिन्न रूप
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
पुरुष राजा पिता गाय कवि |
स्त्री रानी माता बैंस कवयित्री |
युवक विद्वान बाप वर वीर |
युवती विदुषी माँ वधू वीरांगना |
बहुविकल्पी प्रश्न
1. लिंग कहते हैं
(i) पुरुष या स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द रूप को
(ii) पहचान को
(iii) विशेष चिह्न को
(iv) उपर्युक्त सभी
2. हिंदी में लिंग कितने प्रकार के होते हैं
(i) तीन-पुल्लिंग, स्त्रीलिंग, नपुंसकलिंग
(ii) दो-स्त्रीलिंग, पुल्लिंग
(iii) (i) व (ii) दोनों
(iv) इनमें से कोई नहीं
3. स्त्री जाति का बोध करवाने वाले शब्द कहलाते हैं?
(i) पुल्लिंग
(ii) स्त्रीलिंग
(iii) नपुंसकलिंग
(iv) इनमें कोई नहीं
4. पुरुष जाति का बोध करवाने वाले शब्द कहलाते हैं
(i) पुल्लिंग
(ii) स्त्रीलिंग
(iii) नित्य पुल्लिंग
(iv) नपुंसकलिंग
5. ‘सोना’ क्या है?
(i) स्त्रीलिंग
(ii) पुल्लिंग
(iii) (i) और (ii) दोनों
(iv) इनमें कोई नहीं
6. कवि शब्द का स्त्रीलिंग है
(i) कविता
(ii) कवयित्री
(iii) कवयीत्री
(iv) कवयत्री
7. ‘नेता’ शब्द का स्त्रीलिंग होता है
(i) नेती
(ii) नेत्री
(iii) नेताजी
(iv) मादा नेताजी
उत्तर-
1.(i)
2. (ii)
3. (ii)
4. (i)
5. (ii)
6. (ii)
7. (ii)
We hope the given CBSE Class 6 Hindi Grammar संज्ञा के विकार will help you. If you have any query regarding CBSE Class 6 Hindi Grammar संज्ञा के विकार , drop a comment below and we will get back to you at the earliest.