CBSE Class 11 Hindi Elective Rachana स्ववृत्त लेखन और रोज़गार संबंधी आवेदन-पत्र
प्रश्न 1. :
उम्मीदवार के चयन में स्ववृत्त की क्या भूमिका रहती है?
उत्तर :
किसी भी उम्मीदवार का स्ववृत्त उसके नियोक्ता पर गहरा प्रभाव डालता है। उम्मीदवार के द्वारा भेजा गया स्ववृत्त यदि अच्छा है तो उसके चयन की संभावना बढ़ जाती है। एक अच्छा स्ववृत्त दूसरे उम्मीदवारों को सरलता से पीछे छोड़ सकता है। जिस प्रकार लुभावने विज्ञापनों के द्वारा निर्माता, ग्राहकों को आकर्षित करने में सफल होता है, उसी प्रकार एक अच्छी तरह तैयार किए गए स्ववृत्त से उम्मीदवार अपना चयन करवाने में सफल हो सकता है। उम्मीदवार का स्ववृत्त उसके दूत अथवा प्रतिनिधि के रूप में होता है।
जिस प्रकार एक दूत अथवा प्रतिनिधि अपने स्वामी का सुंदर और आकर्षक चित्र प्रस्तुत करता है, उसी प्रकार एक स्ववृत्त नियोक्ता के मन में उम्मीदवार की अच्छी और सकारात्मक तस्वीर पेश करता है। एक अच्छा स्ववृत्त चुंबक की तरह होता है। स्ववृत्त रूपी चुंबक किसी भी नियोक्ता को अपनी ओर आकर्षित करने में सरलता से सफल हो जाता है। अतः नौकरी में सफलता के लिए योग्यता के साथ-साथ स्ववृत्त निर्माण कला में भी निपुणता आवश्यक है। यदि स्ववृत्त भली-भाँति तैयार किया गया हो तो उम्मीदवार के चयन की संभावनाएँ काफी बढ़ जाती हैं।
प्रश्न 2.
स्ववृत्त का आकार कैसा होना चाहिए?
उत्तर :
स्ववृत्त एक विशेष प्रकार का लेखन है, जिसमें व्यक्ति विशेष के बारे में किसी विशेष प्रयोजन को ध्यान में रखकर सिलसिलेवार ढंग से सूचनाएँ संकलित की जाती हैं। अतः स्ववृत्त में अभी सूचनाएँ अत्यंत प्रभावी ढंग से प्रस्तुत की जानी चाहिए। स्ववृत्त के आकार के विषय में कोई निश्चित नियम नहीं है। इतना अवश्य है कि स्वबृत्त न तो जरूरत से अधिक लंबा होना चाहिए और न ही अधिक छोटा होना चाहिए। यदि स्ववृत्त छोटा हो तो उसमें अनेक ज़रूरी चीजों के छूटने की संभावना रहती है। इसी प्रकार यदि स्ववृत्त लंबा हो तो उसे पढ़ने वाला अनेक पहलुओं को नज़रअंदाज़ कर सकता है। अत: स्ववृत्त का आकार मध्यम होना चाहिए। स्ववृत्त का आकार पद के अनुसार भी होता है। यदि वह बहुत बड़ा हो तो उसके लिए उम्मीदवारों की संख्या कम होती है। ऐसे में उम्मीदवार अच्छी योग्यता और व्यापक अनुभव वाले होते हैं। ऐसे पदों के लिए स्ववृत्त का आकार नौ-दस पृष्ठों तक हो सकता है। यदि पद छोटा है तो स्ववृत्त अधिक लंबा नहीं होना चाहिए। ऐसे पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार का स्ववृत्त दो-तीन पृष्ठों से अधिक लंबा नहीं होना चाहिए।
प्रश्न 3.
स्ववृत्त में शैक्षणिक योग्यताओं और अनुभव के साथ-साथ कार्येतर गतिविधियों की चर्चा करने से क्या लाभ होता है?
उत्तर :
स्ववृत्त में शैक्षणिक योग्यताओं और अनुभव के साथ-साथ कार्येतर गतिविधियों का भी बहुत महत्व होता है। जब कोई नियोक्ता किसी उम्मीदवार को चुनने का निर्णय लेता है तो उसके संपूर्ण व्यक्तित्व को ध्यान में रखता है। कार्यतर गतिविधियों के द्वारा उम्मीदवार के व्यक्तित्व की काफ़ी जानकारी प्राप्त होती है। इसी के आधार पर कई बार उम्मीदवार के पद के लिए योग्यता भी तय की जाती है। कायेंतर गतिविधियाँ उम्मीदवार के व्यक्तित्व का दर्पण होती हैं। इनसे उम्मीदवार के व्यक्तित्व की विशेषताओं की साफ़ झलक मिलती है। उदाहरण के रूप में यदि कोई उम्मीदवार फुटबॉल का अच्छा खिलाड़ी है तो यह स्पष्ट है कि उसके व्यक्तित्व में टीम भावना का गुण अवश्य होगा। इसी प्रकार यदि किसी को भाषण या वाद-विवाद में कई पुरस्कार मिल चुके हैं तो यह स्पष्ट है कि उसमें वाक्पटुता और संभाषण की कला अवश्य विद्यमान होगी। कई बार तो शैक्षणिक योग्यताओं और अनुभव के बाद उम्मीदवारों की कार्येतर गतिविधियों की कार्यतर गतिविधियों का आंकलन किया जाता है। जो उम्मीदवार कार्येतर गतिविधियों में निपुण होता है, नियोक्ता उसी का चयन करते हैं। कार्येतर गतिविधियाँ भी कई बार उम्मीदवार के चयन का कारण बनती हैं।
प्रश्न 4.
स्ववृत्त के साथ-साथ आवेदन-पत्र की क्या आवश्यकता होती है?
उत्तर :
स्ववृत्त का तो बना-बनाया प्रारूप होता है जिसे प्रत्येक विज्ञापन के साथ भेज दिया जाता है। स्ववृत्त में यद्यपि समस्त सूचनाएँ होती हैं किंतु इससे यह पता नहीं चलता कि उम्मीदवार पद और संबंधित संस्थान को लेकर कितना गंभीर है। स्ववृत्त में भाषा का वैयक्तिक स्पर्श भी नहीं होता। अत: आवेदन-पत्र की आवश्यकता पड़ती है। आवेदन-पत्र के माध्यम से उम्मीदवार के भाषा-ज्ञान और अभिव्यक्ति की जानकारी प्राप्त होती है। इसके साथ-साथ आवेदन-पत्र से यह भी पता चलता है कि उम्मीदवार पद और संस्थान के प्रति कितना गंभीर है। उम्मीदवार आवेदन-पत्र के माध्यम से पद के लिए अपनी योग्यता और गंभीरता का विश्वास नियोक्ता को दिलाता है। इस प्रकार एक अच्छे स्ववृत्त के साथ यदि आवेदन-पत्र भी लगा दिया जाए तो उम्मीदवार की सूझ-बूझ से प्रभावित होकर नियोक्ता उसकी नियुक्ति कर सकता है। अतः स्ववृत्त के साथ आवेदन-पत्र की भी आवश्यकता होती है।
प्रश्न 5.
आवेदन-पत्र की विषय-वस्तु को कितने भागों में बाँटा जा सकता है?
उत्तर :
आवेदन-पत्र की विषय-वस्तु को मुख्यत: चार भागों में बाँटा जाता है। पहले भाग में उम्मीदवार विज्ञापन और विज्ञापित पद के विषय में बताते हुए अपनी उम्मीदवारी की इच्छा व्यक्त करता है। इस पहले भाग को भूमिका कहा जा सकता है। दूसरे भाग में उम्मीदवार अपने विषय में बताता है। वह विज्ञापन में वर्णित योग्यताओं और आवश्यकताओं को पूरा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। आवेदन-पत्र के तीसरे हिस्से में उम्मीदवार पद और संस्थान के प्रति अपनी गंभीरता और रुचि को व्यक्त करता है। चौथे भाग में उम्मीदवार आवेदन-पत्र की विषय-वस्तु को सुंदर ढंग से समाप्त करता है। इस प्रकार के चार भागों में बँटा हुआ आवेदन-पत्र संपूर्ण माना जाता है।
पाठ से संवाद –
प्रश्न 1.
कल्पना कीजिए कि आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अध्ययन पूरा कर लिया है और किसी प्रसिद्ध अखबार में पत्रकार पद के लिए आवेदन भेजना है। इसके लिए एक आवेवन-पत्र लिखिए।
सेवा में
संपादक
दैनिक भास्कर
पानीपत।
विषय : पत्रकार पद के लिए आवेदन।
महोदय,
आज दिनांक 20 मार्च ……… को प्रकाशित दैनिक भास्कर से प्रकाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ है कि आपके कार्यालय को पत्रकार की आवश्यकता है। मैं इस पद के लिए अपना आवेदन-पत्र प्रस्तुत कर रहा हूँ।
मेरा स्ववृत्त इस आवेदन-पत्र के साथ संलग्न है। इसका अवलोकन करने पर आपको विश्वास होगा कि मैं इस पद के लिए पूर्णतः उपयुक्त उम्मीदवार हूँ। मैं आपके विज्ञापन में वर्णित सभी योग्यताओं को पूरा करता हूँ। संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
नाम : नरेंद्र कुमार
पिता का नाम : रमेश चंद
जन्मतिथि : 13-03-…….
वर्तमान पता : 72, विकास नगर, करनाल
स्थायी पता : 100 , कर्ण पुरी, दिल्ली,
दूरध्वनि : 0184-2228180
चलध्वनि : 96184-82215
ई-मेल : [email protected]
शैक्षणिक योग्यताएँ
इस योग्यता के साथ-साथ मैं कई वर्षों से स्वतंत्र लेखन से भी जुड़ा हुआ हूँ। मुझे पत्रकारिता में बेहद रुचि है। मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूँ कि मैं अपना कार्य सत्यनिष्ठ एवं पूर्ण कर्तव्यपरायता से करूँगा।
आपसे अनुरोध है कि उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए मेरे आवेदन-पत्र पर सकारात्मक विचार करते हुए मुझे पत्रकार पद पर नियुक्त करें। सधन्यवाद।
भवदीय,
(हस्ताक्षर)
नरंद्र कुमार
प्रश्न 2.
राजीव गांधी फाउंडेशन उच्च शिक्षा हेतु स्कॉलरशिप प्रदान करती है। अतः उसे भेजने के लिए अपना बायोडॉटा तैयार कीजिए।
स्ववृत्त
नाम : प्रिंस
पिता का नाम : श्री अक्षय
जन्मतिथि : 12-05-……..
वर्तमान पता : 1490 , अर्बन एस्टेट, जालंधर।
स्थायी पता : यथावता
टेलीफ़ोन नं० : 0181-2228222
मोबाइल नं० : 9416820220
ई-मेल : 1980 [email protected]
शैक्षणिक योग्यताएँ
अन्य संबधित योग्यताएँ
-कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान
-अंग्रेज़ी व्याकरण का श्रेष्ठ ज्ञान
तिथि : 20-03-20…….
हस्ताक्षर
स्थान : जालंधर
प्रश्न 3.
स्ववृत्त में कौन-कौन से बिंदुओं को शामिल किया जाता है और उनकी प्रस्तुति का क्या प्रभाव पड़ता है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
स्ववृत्त में निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल किया जाता है-
(1) स्ववृत्त में ईमानदारी होनी चाहिए।
(2) स्ववृत्त में सीधी सादी, सटीक भाषा-शैली का प्रयोग करना चाहिए।
(3) यह न तो ज़रूरत से अधिक लंबा हो न ही ज्यादा छोटा।
(4) स्ववृत्त में जानकारी देते समय अतिशयोक्ति से बचना चाहिए।
(5) स्ववृत्त साफ़ स्वच्छ और सुंदर ढंग से लिखा अथवा टंकित होना चाहिए।
उपर्युक्त बिंदुओं की प्रस्तुति का नियोक्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एक अच्छा स्ववृत्त किसी चुंबक की तरह होता है जो नियुक्तिकर्ता को आकर्षित कर लेता है। यह एक श्रेष्ठ प्रतिनिधि के समान अपने स्वामी का सुंदर एवं आकर्षक चित्र प्रस्तुत करता है। जैसे हम कहीं भी नौकरी की तलाश में जाते हैं तो सर्वप्रथम अपना स्ववृत्त। उस कार्यालय को भेजते हैं। यदि हमारा स्ववृत्त उत्तम और श्रेष्ठ होगा तो वह नियोक्ता को अपनी ओर अवश्य प्रभावित करेगा।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित श्रेणी लिपिक (हिंदी) के पद के लिए आवेदन का प्रारूप कीजिए।
उत्तर :
(1) नाम : सुरेश चंद्र
(2) पिता का नाम और व्यवसाय : दिनेशचंद्र-(नौकरी)
(3) जन्म-तिधि (अंकों में) : 19.12…….
शब्दों में : उन्नीस दिसंबर उन्नीस नौ नब्बे
(4) वर्तमान पता : 44, विजय ब्लॉक, लक्ष्मी नगर, दिल्ली-110092
(5) स्थायी पता : 44, विजय ब्लॉक, लक्ष्मी नगर, दिल्ली-110092
(6) क्या आप अनुसूचित जाति/जनजाति/पिछड़ी जाति के हैं? : नहीं
(7) यदि हाँ, तो जाति का नाम लिखिए : ×
(8) क्या आप भारतीय नागरिक हैं : हाँ
(9) यदि नहीं तो अपनी नागरिकता लिखिए : ×
(10) योग्यताएँ
मैं प्रमाणित करता हूँ कि आवेदित पद के लिए निर्धारित आर्हताएँ मुझ में हैं। जो सूचनाएँ इस आवेदन-पत्र में मैंने दी हैं वे सही हैं।
(11) पोस्टल आर्डर संलग्न की संख्या – 05924
(12) संलग्नकों की संख्या : 2
आवेदक के हस्ताक्षर
दिनांक : 25 मई, 20……
(सुरेश चंद्र)
प्रश्न 5.
भारत सरकार के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई में सुरक्षा गार्ड की रिक्तियों के लिए आवेवन-पत्र भरिए।
उत्तर :
भारत सरकार
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र
ट्रांबे, मुंचई-400085
आवेदन-पत्र का प्रोफोर्मा
पद हेतु आवेदन-पत्र-सूरक्षा गार्ड ……
(1) विज्ञापन संख्या : 1 / 20….. (भर्ती II)
(2) क्या रोज़गार कार्यालय द्वारा नामित किया गया है यदि हाँ तो सूचित करें : नहीं
(क) रोज़गार कार्यालय का नाम : शोलापुर
(ख) रोजगार कार्यालय की पंजीकरण संख्या : 501/20
(3) आवेदन-पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि : 26-12-20…..
(4) पूरा नाम, उप नाम पहले (स्पष्ट अक्षरों में) : बापट, मुरलीधर वंशीधर
(5) राष्ट्रीयता : भारतीय
(6) जन्मतिथि : 17-11-20…..
(7) पत्राचार के लिए पत्ता, स्पष्ट अक्षरों में (पिन कोड सहित) : 910 -भोंसला गली, शोलापुर (महाराष्ट्र)
(8) स्थायी पता, पिन कोड सहित : उपर्युक्त
(9) (क) क्या आप अनुसुचित जाति/अनुसुचित : अनुसूचित जाति …….. अनुसूचित जनजाति …….. अन्य पिछड़ी जाति-जन जाति अथवा अन्य पिछड़ी जाति के सदस्य हैं? नहीं (कृपया संबधित खाने में हाँ या नहीं लिखिए।)
(ख) यदि हाँ तो अनुसूचित जाति/अनुसूचित
जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति का नाम लिखें।
(10) क्या आप भूतपूर्व रक्षा कर्मी हैं? यदि हाँ तो कृपया विवरण दें :
(11) शैक्षणिक योग्यताएँ :
(अ) परीक्षा विश्वविद्यालय/बोर्ड/संस्थान उत्तीर्ण करने का वर्ष महाराष्ट्र बोर्ड-शासकीय 20……. विद्यालय, शोलापुर
(ब) शारीरिक मापदंड : कद 190 सेमी०
सीना : सामान्य 100 सेमी० फुलाकर : 105 सेमी०
(12) अनुभव (पिछली और वर्तमान सभी नौकरियों का विवरण दे)-
नियोक्ता का पद
केंद्रीय या राज्य
सेवा अवधि स्थायी या छोड़ने का कारण नाम व पता सरकार या सार्वजनिक से……. तक अस्थायी उपक्रम के अधीन
कोई नहीं
(13) परमाणु ऊर्जा विभाग या इसकी संघटक इकाइयों में कार्यरत संबंधियों का विवरण :
क्र०सं० नाम संबंध इकाई पद
(14) दस्तावेजों की सूची : मैट्रिक प्रमाण-पत्र की प्रतिलिपि
(15) घोषणा
मैं घोषणा करता हूँ कि ऊपर दिए गए विवरण वास्तविक और मेरी अधिकतम जानकारी के अनुसार सत्य हैं। मुझे ज्ञान है कि कोई भी सूचना के असत्य पाए जाने पर मुझे अयोग्य माना जाएगा।
स्थान : शोलापुर
दिनांक : 14-12-20…… अभ्यार्थी का हस्ताक्ष्ष : मु० ब० बापर
प्रश्न 6.
समाचार-पत्र में विज्ञापन-कर्ता को नौकरी के लिए आवेवन-पत्र लिखिए।
उत्तर :
83. नौरोजी नगर
दिल्ली।
12 दिसंबर, 20…..
सेवा में
प्रबंधक
गायत्री कॉलेज
नई दिल्ली।
मान्यवर महोदय,
दिनांक 10 दिसंबर, 20…. के दैनिक ‘हिंदुस्तान’ से ज्ञात हुआ है कि आपके यहाँ हिंदी विषय के तीन प्राध्यापकों के स्थान रिक्त हैं। प्राध्यापक के पद की नियुक्ति के लिए आपने जो शैक्षणिक योग्यताएँ माँगी हैं, मैं उसके लिए अपने आपको पूर्ण समर्थ समझता हूँ। अतः मैं आपकी सेवा में यह प्रार्थना-पत्र भेज रहा हूँ। मेरी शैक्षणिक योग्यता तथा अनुभव का विवरण इस प्रकार है-
(i) मैंने 20……. ईव में पंजाब विश्वविद्यालय से हिंदी विषय में एम०ए० प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। मैंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की योग्यता परीक्षा भी उत्तीर्ण की है।
(ii) मैंने एक वर्ष तक डी०ए॰ी० कॉलेज, चंडीगढ़ में अस्थायी रूप से रिक्त प्रध्यापक के पद पर भी कार्य किया है।
(iii) स्कूल तथा कॉलेज जीवन में क्रिकेट तथा बैडमिंटन में विशेष रुचि रही है।
(iv) भाषण तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी अनेक बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आवश्यक प्रमाण-पत्र इस प्रार्थना-पत्र के साथ भेज रहा हूँ। मुझे पूर्ण आशा है कि आप मेरे प्रार्थना-पत्र पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और मुझे अपनी ख्याति प्राप्त संस्था में काम करने का अवसर प्रदान करेंगे।
धन्यवाद सहित,
संलग्न : प्रमाणपत्रों की प्रतिलिपियाँ
भवदीय,
जगमोहन सहगल
प्रश्न 7.
दिल्ली नगर निगम के अध्यक्ष को एक आवेवन-पत्र लिखिए जिसमें लिपिक के पद के लिए आवेदन किया गया हो।
उत्तर :
4 / 19, अशोक नगर गुड़गाँच।
15 दिसंबर, 20……
सेवा में
अध्यक्ष
नगर निगम
दिल्ली।
मान्यवर महोदय,
निवेदन है कि मुझे विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ कि आपके कार्यालय में एक क्लर्क की आवश्यकता है। मैं इस रिक्ति के लिए अपनी सेवाएँ प्रस्तुत करता हूँ। मेरी योग्यताएँ इस प्रकार हैं-
(i) बी०ए० द्वितीय श्रेणी
(ii) टाइप का पूर्ण ज्ञान-गति 50 शब्द प्रति मिनट
(iii) अनुभव-एक वर्ष
(iv) आयु-24 में वर्ष में प्रवेश
मुझ्ने अंग्रेज़ी एवं हिंदी का अच्छा ज्ञान है। पंजाबी भाषा पर भी अधिकार है।
आशा है कि आप मेरी योग्यता को देखते हुए अपने अधीन काम करने का अवसर प्रदान करेंगे। मैं सच्चाई एवं ईमानदारी के साथ काम करने का आश्वासन दिलाता हूँ।
योग्यता एवं अनुभव संबंधी प्रमाण-पत्र इस प्रार्थना-पत्र के साथ संलग्न कर रहा हूँ।
धन्यवाद सहित,
भवदीय,
सुखदेव गोयल।
संलग्न : उपर्युक्त
प्रश्न 8.
कॉलेज प्रबंधक को प्राध्यापक की नीकरी के लिए आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर :
83, नौरोजी नगर
दिल्ली
12 दिसंबर, 20….
प्रबंधक
गायत्री कॉलेज
नई दिल्ली
विषय-प्राध्यापक की नौकरी हेतु आवेदन-पत्र।
मान्यवर महोदय
दिनांक 10 दिसंबर, 20… के दैनिक ‘हिंदुस्तान’ से ज्ञात हुआ है कि आपके यहाँ हिंदी विषय के तीन प्राध्यापकों के स्थान रिक्त हैं। प्राध्यापक के पद की नियुक्ति के लिए आपने जो शैक्षणिक योग्यताएँ माँगी हैं, मैं उसके लिए अपने आपको पूर्ण समर्थ समझता हूँ। अत: मैं आपकी सेवा में यह प्रार्थना-पत्र भेज रहा हूँ। मेरी शैक्षणिक योग्यता तथा अनुभव का विवरण इस प्रकार है –
1. मैंने 2005 ई० में पंजाब विश्वविद्यालय से हिंदी विषय में एम० ए० प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। सन 2006 में मैने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण की है।
2. मैंने एक वर्ष तक डी० ए० वी० कॉलेज, चंडीगढ़ में अस्थायी रूप से रिक्त प्राध्यापक के पद पर भी कार्य किया है।
3. स्कूल तथा कॉलेज जीवन में मेरी क्रिकेट तथा बैडमिंटन में विशेष रुचि रही है।
4. मैंने भाषण तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी अनेक बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आवश्यक प्रमाण-पत्र इस प्रार्थना-पत्र के साथ भेज रहा हूँ। मुझे पूर्ण आशा है कि आप मेरे प्रार्थना-पत्र पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और मुझे अपनी ख्याति प्राप्त संस्था में काम करने का अवसर प्रदान करेंगे।
धन्यवाद सहित
भवदीय
जगमोहन सहगल
संलग्न : प्रमाण-पत्रों की प्रविलिपियाँ
प्रश्न 9.
दिल्ली नगर-निगम के अध्यक्ष को एक आवेदन-पत्र लिखिए, जिसमें लिखिक के पद के लिए आवेदन किया गया हो।
उत्तर :
4 / 19, अशोक नगर
नई दिल्ली
15 दिसंबर, 20….
अध्यक्ष
नगर-निगम
दिल्ली
विषय-लिपिक के पद हेतु आवेदन-पत्र।
मान्यवर महोदय
निवेदन है कि मुझे विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि आपके कार्यालय में एक क्लर्क की आवश्यकता है। मैं इस रिक्ति के लिए अपनी सेवाएँ प्रस्तुत करता हूँ। मेरी योग्यताएँ इस प्रकार हैं-
(i) बी० ए० द्वितीय श्रेणी
(ii) टाइप का पूर्ण ज्ञान-गति 50 शब्द प्रति मिनट
(iii) अनुभव-एक वर्ष
(iv) आयु-24वें वर्ष में प्रवेश
मुझे अंग्रेज़ी एवं हिंदी का अच्छा ज्ञान है। पंजाबी भाषा पर भी अधिकार है।
आशा है कि आप मेरी योग्यता को देखते हुए अपने अधीन काम करने का अवसर प्रदान करेंगे। मैं सच्चाई एवं ईमानदारी के साथ काम करने का आश्वासन दिलाता हूँ।
योग्यता एवं अनुभव संबंधी प्रमाण-पत्र इस प्रार्थना-पत्र के साथ संलग्न कर रहा हूँ।
धन्यवाद सहित
भवदीय
सुखदेव गोयल
संलग्न : उपर्युक्त
प्रश्न 10.
‘जनसंख्या विभाग’ को घर-घर जाकर सूचनाएँ एकत्रित करने वाले ऐसे सबेंककों की आवश्यकता है, जो हिंदी और अंग्रेज़ी में भलीभाँति बात कर सकते हों और सूचनाओं को सही-सही दर्ज कर सकते हों। इसके साथ ही आवेदकों में विनग्रतापूर्वक बात करने की योग्यता होनी चाहिए। इस काम में अपनी रुचि प्रदर्शित करते हुए जनसंख्या विभाग के सचिव को आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर :
7, रामलीला मार्ग
हमीरपुर
दिनांक : 14 दिसंबर, 20….
प्रशासनिक अधिकारी
जनसंख्या विभाग
कोयंबटूर
विषय – सर्वेक्षक की नौकरी हेतु आवेदन-पत्र।
आदरणीय महोदय
मुझे आज के दैनिक समाचार-पत्र में प्रकाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ है कि आपको घर-घर जाकर सूचनाएँ एकत्रित करने के लिए सर्वेक्षकों की आवश्यक्ता है। मैं आपके कार्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूर्ण करता हूँ।
मैंने इसी वर्ष (20….) बारहवी कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है। कुछ समय तक मैंने स्थानीय कारालय में कार्य भी किया है। में हिंदी तथा अंग्रेज़ी भाषा समझने तथा इन दोनों भाषाओं में वार्तालाप करने में दक्ष हूँ।
मैं अपनी सेवाएँ प्रदान करना चाहता हूँ। आशा है कि आप मुझे अवसर प्रदान करेंगे। मैं भेंटवार्ता के अवसर पर आवश्यक प्रमाण-पत्र साथ लेकर आँगा।
भवदीय
महेश महाजन
प्रश्न 11.
‘प्रचंड भारत’ दैनिक समाचार-पत्र को खेल-विभाग के लिए संवाददाताओं की आवश्यकता है। पद के लिए खेलों का ज्ञान और रुचि के साथ-साथ हिंदी भाषा में अच्छी गति से लिखने का अभ्यास अनिवार्य है। इस पद के लिए आवेदन-पत्र लिखिए।
उत्तर :
14, पश्चिम विहार
कोटा
दिनांक : 15 सितंबर, 20….
संपादक
दैनिक ‘प्रचंड भारत’
कोटा
विषय-खेल संवाददाता के पद हेतु आवेदन-पत्र।
मान्यवर महोदय
आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र में प्रकाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ कि आपको खेल-विभाग के लिए संवाददाताओं की आवश्यकता है। इस पद के लिए में अपनी सेवाएँ अर्पित करना चाहता हूँ।
मेरी योग्यताओं का विवरण इस प्रकार है-
शैक्षिक योग्यता बी० ए० प्रथम श्रेणी-2020, पत्रकारिता में डिप्लोमा-2021
विद्यालय की क्रिकेट टीम का कप्तान-अवधि 2 वर्ष
मुझे खेलों की सामग्री का पर्याप्त अनुभव है। मुझे हिंदी भाषा का अच्छा ज्ञान है। विद्यालय तथा महाविद्यालय की पत्रिका में मेरे लेख भी प्रकाशित होते रहे हैं।
आवश्यक प्रमाण-पत्र इस आवेदन-पत्र के साथ संलग्न हैं।
आशा है कि आप मुझे सेवा का अवसर प्रदान करेंगे।
आपका आज्ञाकारी
प्रतीक राय