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CBSE Class 10 Hindi B Question Paper 2022 (Term-II) with Solutions
निर्धारित समय : 2 घण्टे
अधिकतम अंक : 40
सामान्य निर्देश :
निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका अनुपालन कीजिए:
- इस प्रश्न-पत्र में कुल आठ प्रश्न हैं।
- इस प्रश्न-पत्र में कुल दो खंड हैं- खंड-क और खंड – ख ।
- खंड-क में कुल 3 प्रश्न हैं । दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए इनके उत्तर दीजिए ।
- खंड-ख में कुल 5 प्रश्न हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए इनके उत्तर दीजिए ।
- प्रत्येक प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़ते हुए यथासंभव क्रमानुसार उत्तर लिखिए ।
खण्ड ‘क’
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 से 30 शब्दों में लिखिए : [2 × 2 = 4]
(क) ‘मनुष्यता’ कविता में कवि ने सब को साथ चलने की प्रेरणा क्यों दी है? इससे समाज को क्या लाभ हो सकता है? तर्क सहित उत्तर दीजिए ।
(ख) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर लिखिए कि कवि ने वृक्षों को पर्वतों की उच्चाकांक्षाएँ क्यों कहा है?
(ग) ‘फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है’ – ‘कर चले हम फिदा’ कविता से उद्धृत प्रस्तुत पंक्ति में ‘इस जश्न’ से कवि का क्या आशय है और उसे बाद में मनाने के पीछे क्या कारण है?
उत्तर:
1. (क) कवि ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा इसलिए दी है क्योंकि संसार में एक होकर चलने से परस्पर सहयोग की भावना बढ़ती है। वही सच्चा मानव है जो सहयोग के साथ काम करके सफलता को प्राप्त करे और दूसरों की सफलता में भी योगदान दे। सबको साथ चलने से समाज में परस्पर प्रेम और सौहार्द का विकास होता है। इससे समाज में लोग परोपकारी और लोकहितवादी बनते हैं।
(ख) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि सुमित्रानंदन पंत ने कहा कि पर्वत पर उगे हुए ऊँचे-ऊँचे वृक्ष पर्वत के हृदय में छिपी हुई उनकी उच्च महत्वाकाक्षाएँ हैं, जिससे वह नीरव आकाश में देखता रहता है।
(ग) ‘कर चले हम फ़िदा’ कविता में कवि राह में कुर्बानियों के काफिले की लगातार मौजूदगी को जश्न की संज्ञा देते हैं। कवि के अनुसार इसके बाद जब जीवन मृत्यु को गले लगाता है अर्थात् युद्धभूमि में शहीद हो जाता है तब वह असली जश्न होता है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 60 से 70 शब्दों में लिखिए : [4 × 1 = 4]
(क) “हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है वही सत्य है। उसी में जीना चाहिए ।” ‘झेन की देन’ पाठ से उद्धृत लेखक का यह कथन वर्तमान परिस्थितियों में कहाँ तक सत्य है? क्या आप इससे सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए ।
(ख) “ आपसी फूट के कारण भारत इतने वर्षों तक दूसरों का गुलाम रहा” – क्या आप इस कथन से सहमत हैं? ‘कारतूस’ एकांकी के आधार पर कारण सहित उत्तर दीजिए।
उत्तर:
(क) लेखक के अनुसार हम या तो भूतकाल की यादों में रहते हैं या भविष्यकाल के सपनों में । इसलिए जो चला गया और जो आया नहीं, उसके लिए कोशिश करना व्यर्थ है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है वही सत्य है क्योंकि हम उसी क्षण में जीते हैं और कर्म करते हैं। उसके दुख-सुख को हम अनुभव कर रहे हैं। इसलिए वर्तमान में ही जीना चाहिए । हाँ, मैं लेखक के विचार से सहमत हूँ। सांसारिक प्रगति की चाह में जीवन को दुखमय करने से कोई लाभ नहीं है। यह तनाव और अवसाद को जन्म देता है, इसलिए हमें वर्तमान में जीना चाहिए।
(ख) आपसी फूट के कारण भारत लंबे समय तक गुलाम रहा। मैं इस मत से सहमत हूँ। कारतूस एकांकी में भी हकीम तनवीर ने इस बात को दिखाने का प्रयास किया है। अंग्रेज़ प्लासी और बक्सर की लड़ाई जीतकर भारत पर काबिज़ हुए थे। इसके बाद बनारस में वह उलझ गये थे । यहाँ वज़ीर अली जैसे देशभक्त और बहादुर व्यक्ति थे। वह किसी भी कीमत पर अंग्रेज़ों को भारत से निकालना चाहते थे। अंग्रेज़ भी उनकी कहानी सुनकर डरे रहते थे और उन्हें मारने की बात सोचते थे। उन्होंने वज़ीर अली के प्रतिद्वंद्वी सहादत अली को लालच देकर अपनी तरफ कर लिया था। इस तरह वज़ीर अली बहादुर होते हुए भी सहादत अली के षड्यंत्र का शिकार हो जाते हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि आपसी फूट के कारण अंग्रेज़ों की सत्ता भारत में फैलती चली गई।
प्रश्न 3.
पूरक पाठ्य-पुस्तक ‘संचयन’ के तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखिए : [3 × 2 = 6]
(क) “ हरिहर काका’ कहानी वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कथा है।” इस कथन को कहानी के आधार पर उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।
(ख) ‘सपनों के-से दिन’ पाठ के आधार पर लिखिए कि लेखक को नयी श्रेणी में जाने की प्रसन्नता अन्य विद्यार्थियों की तरह क्यों नहीं होती थी ?
(ग) “ इफ्फन के पिता के तबादले के बाद टोपी शुक्ला का अकेलापन और महंत और भाइयों के दुर्व्यवहार के कारण ‘हरिहर काका’ का मौन धारण वर्तमान समाज की ऐसी सच्चाई है, जिससे आज बहुत से लोग पीड़ित हैं ।” इस स्थिति से निकलने में आप ऐसे लोगों को क्या सुझाव देंगे?
उत्तर:
(क) ‘हरिहर काका’ कहानी में हरिहर काका एक नि:संतान बुजुर्ग व्यक्ति हैं। उनके पास पन्द्रह बीघे ज़मीन है। वह अपने भाई के परिवार के साथ रहते हैं। हरिहर काका की कहानी आज के संदर्भ में वृद्धों के प्रति संवेदनहीन होते समाज की कथा है। पन्द्रह बीघे ज़मीन में अकेला हरिहर काका ऐशो आराम की ज़िंदगी जी सकते थे लेकिन भाई के परिवार में उन्हें सही ढंग से खाना भी नहीं मिलता था सबकी नज़र सिर्फ़ उनकी प्रोपर्टी पर थी। ठाकुरबाड़ी का महंत सिर्फ़ लोभ और डर दिखाकर उनकी ज़मीन हड़पना चाहता है। गाँव के लोगों का विचार भी ठाकुरबाड़ी के पक्ष में ही था। कोई भी व्यक्ति यह कहने को तैयार नहीं था कि हरिहर काका एक स्वाभिमान की जिंदगी और भरपेट भोजन प्राप्त करने के हकदार हैं। यह इस समाज में वृद्धों के प्रति बढ़ रहे संवेदनहीनता का द्योतक है।
(ख) विद्यार्थियों को नई श्रेणी में जाने का विशेष चाव होता है क्योंकि उन्हें नई-नई किताबें पढ़ने को मिलती हैं और नई कक्षा में छात्रों में प्रोन्नति का अहसास होता है। लेकिन लेखक का मन उदास हो जाता था क्योंकि लेखक के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उन्हें पुरानी किताबों से पढ़ना पड़ता था । इन पुरानी किताबों से एक विशेष प्रकार की गंध आती थी जो उसके बालपन को उदास कर देती थी। उनकी उदासी का दूसरा कारण नए मास्टरों से पिटने का डर था। बड़े गेट से 10-15 गज़ दूर स्कूल के कमरों तक रास्ते में अलियार के झाड़ उगे थे, उनकी गंध भी लेखक के मन को उदास करती थी।
(ग) ‘टोपी शुक्ला’ कहानी में इफ़्फ़न के पिता के तबादले के बाद टोपी अकेला पड़ जाता है। इफ़्फ़न उसका आत्मीय मित्र था । यहाँ धार्मिक विचारों की कोई मर्यादा नहीं थी। टोपी को ऐसे समय में इफ़्फ़न के जैसे विचार वाले लोगों की तलाश कर उनसे आत्मियता बढ़ानी चाहिए थी। अच्छे विचार वाले लोगों की कमी नहीं होती है, इसलिए हरिहर काका को भी अपनी बात गाँव और समाज के लोगों के बीच रखनी चाहिए थी। बिना उनके मन की बात जाने कोई उनकी मदद कैसे कर सकता था। मर्यादा की जिंदगी उनका हक है, उन्हें मिलना चाहिए।
खण्ड ‘ख’
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए : [6 × 1 = 6]
(क) परोपकार
• परोपकार का अर्थ
• महापुरुषों एवं प्रकृति के उदाहरण
• सामाजिक जीवन में परोपकार आवश्यक क्यों ?
(ख) ज़िन्दगी ज़िन्दादिली का नाम है
• भूमिका
• नवीन दृष्टिकोण
• निष्काम कर्म
(ग) स्वस्थ जीवन का राज
• स्वस्थ जीवन की परिभाषा
• स्वस्थ जीवन के उपाय
• आवश्यकता
उत्तर:
(क) परोपकार
‘परोपकार’ शब्द का अर्थ है दूसरों का ‘भला करना’। अपनी चिंता किए बिना सभी के भले की बात सोचना, आवश्यकतानुसार तथा यथाशक्ति दूसरों की भलाई के उपाय करना ही परोपकार कहलाता है। परोपकार के लिए व्यक्ति में त्याग की भावना होनी चाहिए।
भारत में परोपकारी पुरुषों की कमी नहीं है। दधिचि ऋषि ने मानव के कल्याण के लिए अपनी हड्डी तक दान दे दी थी। बुद्ध, महावीर, अशोक गाँधी, अरविंद जैसे महापुरुषों के जीवन परोपकार के कारण ही महान बन सके हैं। प्रकृति का तो काम ही परमार्थ के लिए है। वृक्ष से फल, नदी से जल, प्रकृति के परमार्थिक स्वभाव के कारण ही हमें प्राप्त हैं।
सामाजिक जीवन में सभी व्यक्ति एक-दूसरे पर आश्रित है। उन्हें हमेशा एक-दूसरे के सहयोग की आवश्यकता पड़ती है। एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के लिए कुछ करता है यही मानव स्वभाव है। यदि मनुष्य में परोपकार की भावना ना हो तो मानव और पशु में कोई अंतर ही नहीं रहेगा ।
(ख) ज़िंदगी जिंदादिली का नाम है
जीवन का अर्थ है- जोश, उत्साह और हिम्मत। कहा भी गया है कि ‘जिंदगी जिंदादिली का नाम है।, मुर्दादिल क्या खाक जियेगा।’ हिम्मत, हलचल और साहस जीवन की निशानी है। जो लोग हमेशा उत्साह में रहते हैं उनकी जीवन जीने की शैली मनोरम होती है।
वर्तमान में लोगों का जीवन के प्रति नजरिये में परिवर्तन आया है। अब लोग जीवन के हर खतरे को चुनौती समझकर जीते हैं। उनके जीवन का हर क्षण उत्सव – सा बना रहता है। वे अपने मन में स्फूर्ति और नवीनता का अनुभव करते हैं।
गीता के उपदेश में भी यही कहा गया है निष्काम कर्म व्यक्ति का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। हम सभी जानते हैं कि किसी भी कर्म का फल अपने हाथ में नहीं है। इसलिए उसकी चिंता करना निरर्थक है। निष्काम कर्म व्यक्ति को हतोत्साहित नहीं होने देता है और वह कर्मठता से अपने कर्मक्षेत्र में डटा रहता है। एक बार चुनाव के समय नारा दिया जा रहा था कि अबकी बारी अटल बिहारी । पत्रकार ने
(ग) स्वस्थ जीवन का राज राजे
वाजपेयी जी से पूछा कि अगर इस बार आप चुनाव हार गए तो क्या होगा। वाजपेयी जी ने तपाक से उत्तर दिया, तब नारा लगेगा अगली बारी अटल बिहारी । यही निष्काम कर्म है और ज़िंदादिली का अद्भुत नमूना । सामान्यतः शारीरिक और मानसिक रूप से तंदुरुस्त व्यक्ति को स्वस्थ व्यक्ति कहा जाता है और उसके जीवन को स्वस्थ जीवन। लेकिन सही अर्थों में स्वस्थ जीवन का अर्थ व्यक्ति की क्रियाशीलता से है। जो तन-मन से किसी कर्म में सतत् लगा है, वही स्वस्थ जीवन है। खान-पान का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है अतः स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित आहार लेना आवश्यक है। इसके अलावा पर्याप्त नींद स्वस्थ जीवन के लिए अत्यावश्यक है। रात को जल्दी सोना और सवेरे जल्दी उठना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है। जो भी दिनभर का कार्य हो उसे खुश होकर करना चाहिए। मनुष्य के जीवन में स्वस्थ जीवन का बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। स्वस्थ मनुष्य ही सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वाह करता है। इसलिए व्यक्ति का स्वस्थ रहना न केवल उनके जीवन के लिए बल्कि सामाजिक जीवन के लिए भी आवश्यक है।
प्रश्न 5.
(क) मैट्रो में यात्रा के दौरान आपका मोबाइल फ़ोन चोरी हो गया है। इसकी शिकायत करते हुए थानाध्यक्ष को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए। [5 × 1 = 5]
अथवा
(ख) आप अंकित / अंकिता हैं। आप अकसर अपनी सोसायटी में लोगों को बिना मास्क पहने घूमते देखते हैं, जबकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने मास्क पहनना अनिवार्य किया हुआ इसकी शिकायत करते हुए सोसायटी के सचिव को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए ।
उत्तर:
(क) दीनदयाल उपाध्याय नगर
जयपुर, राजस्थान।
दिनांक : 10.6.20xx
सेवा में
थानाध्यक्ष महोदय
दीनदयाल उपाध्याय नगर
जयपुर, राजस्थान।
विषय : मोबाइल फ़ोन चोरी हो जाने के संबंध में।
मान्यवर
सविनय निवेदन यह है कि मैं दीनदयाल उपाध्याय नगर का निवासी हूँ। मैं यहाँ से मानसरोवर प्रतिदिन मैट्रो से सफ़र करके अपने काम पर जाता हूँ। पिछले दस वर्षों में पहली बार मेरे साथ यह वारदात हुई है, जब मैं मानसरोवर मैट्रो स्टेशन पर उतर रहा था तो अत्यधिक भीड़ होने के कारण किसी ने मेरा मोबाइल हाथ से छीन लिया। जब तक मैं कुछ समझ पाता तब तक वह गायब हो गया। श्रीमान से अनुरोध है कि मेरी शिकायत दर्ज की जाये और अविलंब मोबाइल चोर को पकड़ने की कृपा की जाए। मेरा मोबाइल नंबर 986854 xxxx है।
भवदीय
रवि
अथवा
(ख) H – 10/2
गुलमोहर सोसायटी, रोहिणी, दिल्ली
दिनांक : 12.6.20xx
सेवा में
सचिव
गुलमोहर सोसायटी
रोहिणी, दिल्ली।
विषय : सोसायटी में मास्क पहनने के नियम की अवहेलना ।
मान्यवर
निवेदन यह है कि मैं आपके सोसायटी में ही रहने वाला/रहने वाली एक सदस्य/सदस्या हूँ। जैसा कि हम सभी को मालूम है देश में इस समय कोरोना का दौर चल रहा है। आए दिन अख़बारों में कोरोना से संबंधित खबरों का ताँता लगता रहता है। ऐसे में सभी को कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। मैं कई दिनों से अवलोकन कर रहा / रही हूँ कि हमारी सोसायटी में लोग बिना मास्क के घूमते नज़र आते हैं जबकि सरकार ने मास्क पहनना अनिवार्य कर रखा है। श्रीमान से निवेदन है कि आप सोसायटी में सार्वजनिक सूचना लगाकर लोगों को मास्क पहनकर निकलने की हिदायत दें यदि आवश्यक हो तो उपयुक्त जुर्माना भी लगाएँ ।
भवदीय
अंकित
प्रश्न 6.
(क) (a) आप विद्यालय के प्रमुख छात्र, मानव हैं। आपके विद्यालय में आपदा प्रबंधन की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन होने वाला है। छठी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सूचित करने हेतु 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए । [21/2]
अथवा
(b) विद्यालय की सांस्कृतिक सभा के सचिव होने के नाते ‘गणतंत्र दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के विषय में विद्यार्थियों को सूचित करने के लिए लगभग 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए । [21/2]
(ख) (a) सागर अपार्टमेन्ट के सचिव की ओर से अपार्टमेन्ट में रहने वाले लोगों को जल की बर्बादी रोकने हेतु 50 शब्दों में एक सूचना लिखिए | [21/2]
अथवा
(b) आप केन्द्रीय विद्यालय की सुचेता हैं। आप दसवीं कक्षा की छात्रा हैं। विद्यालय में आपका परीक्षा प्रवेश-पत्र खो गया है। विद्यालय सूचना-पट के लिए लगभग 50 शब्दों में एक सूचना लिखिए। [21/2]
उत्तर:
(क) (a)
नालंदा पब्लिक स्कूल आपदा प्रबंधन की ओर से कार्यशाला के आयोजन की सूचना दिनांक : 10.06.20xx विदित हो कि अपने विद्यालय में आपदा प्रबंधन की ओर से दिनांक 12.6.20xx को 2.00 बजे अपराह्न से एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में छठी से लेकर बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी सहभागी बनेंगे। संबंधित छात्रों का सूचित किया जाता है कि समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँ । मानव विद्यालय छात्र प्रमुख |
अथवा
(b)
सेंट मेरी स्कूल गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की सूचना दिनांक : 04.01.20xx विद्यालय के सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि पिछले वर्षों की भाँति ही इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जो छात्र इस कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक हैं वे अपना पंजीकरण विद्यालय की सांस्कृतिक सभा के सचिव के पास करवा दें। सचिव राजकीय विद्यालय सांस्कृतिक सभा |
(ख) (a)
जल संरक्षण संबंधी सूचना सागर अपार्टमेंट के सभी सदस्यों को सूचित किया जाता है कि अक्सर पानी की टंकी के ओवरफ्लो की शिकायत मेरे पास आती रहती हैं। आप सभी पढ़े-लिखे जागरूक इंसान हैं तथा जल के महत्व के बारे में अच्छी तरह जानते हैं। मेरा अनुरोध है कि आप सभी अपनी टंकी के लिए अलार्म लगवाएँ ताकि जब पानी की टंकी ओवरफ्लो अलार्म बजे आप शीघ्रातिशीघ्र मोटर बंद कर दें। इससे जल की बर्बादी रुकेगी तथा और हमें जल की कमी नहीं होगी। सचिव सागर अपार्टमेंट |
अथवा
(b)
केंद्रीय विद्यालय, तिलक नगर परीक्षा प्रवेश-पत्र खोने के संबंध में सूचना दिनांक : 03.12.20xx नमस्कार, मेरा नाम सुचेता है और मैं केंद्रीय विद्यालय तिलक नगर, दिल्ली की छात्रा हूँ। जैसा कि हम सभी जानते हैं दसवीं कक्षा की परीक्षा चल रही है। कल मैं सामाजिक विज्ञान का पेपर देने आई थी। पेपर देकर मैं जैसे ही कक्षा से बाहर आई उसी दौरान मैरा परीक्षा प्रवेश-पत्र कहीं खो गया। जिस भी मित्र या विद्यार्थी को मेरा परीक्षा प्रवेश-पत्र मिले, वह उसे प्रिंसिपल महोदय के पास जमा करवाने का कष्ट करें। पास करवा दें। सुचेता कक्षा ‘दसवीं ‘ केन्द्रीय विद्यालय, तिलक नगर, दिल्ली |
प्रश्न 7.
(क) (a) पिछली कक्षा की अपनी पुरानी पुस्तकें गरीब विद्यार्थियों में निःशुल्क वितरण करने हेतु लगभग 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए । [21/2]
अथवा
(b) विद्यालय में आयोजित होने वाले पुस्तक मेले का प्रचार-प्रसार करने हेतु लगभग 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए । [21/2]
(ख) (a) आप अपनी पुरानी साइकिल बेचना चाहते हैं। इसकी जानकारी देते हुए लगभग 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए । [21/2]
अथवा
(b) आपके पिता श्रृंगार वस्तुओं के विक्रेता हैं। कोरोना महामारी के कारण उनके कारोबार में गई। उनकी दुकान में बिक्री बढ़ाने के लिए लगभग 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए ।
उत्तर:
(क) (a)
पुस्तकों का निःशुल्क वितरण दिनांक : 10.06.20xx यदि आप इस वर्ष नवीं कक्षा पास होकर दसवीं कक्षा में आए हैं और आपके परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे आपके लिए नई पुस्तकें खरीद सकें। तो फिर चिंता न करें। मैंने इसी ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश लिया है और मैंने अभी अपनी दसवीं कक्षा की पुस्तकें सुरक्षित रखी हैं। आप बिना किसी हिचकिचाहट मुझे पुस्तकों के लिए फोन कर सकते हैं। देर न करें अभी फोन करें। मेरा नाम दीपक है तथा मेरा मोबाइल नंबर 986893xxxx है। |
अथवा
(ख) (a)
• आप सभी को सूचित किया जाता है कि मैंने एक एटलस साइकिल दो वर्ष पूर्व खरीदी थी जिसे मैं बेचना चाहता हूँ। • मैंने एक बाइक ले ली है जिस कारण मुझे अब साइकिल की जरूरत नहीं है। • इसकी कीमत मैंने मात्र ₹3000/- रखी है। • जो व्यक्ति साइकिल खरीदना चाहते हैं वह निम्न पते पर आकर मिल सकते हैं। धन्यवाद मेरा पता : अक्षत कुमार पता: 4 / 20, कालिंदी कुंज नोएडा, उत्तर-प्रदेश फोन: 986875xxxx |
अथवा
(b)
तनुजा श्रृंगार कॉर्नर विशेषताएँ : • श्रृंगार का सामान खरीदने के इच्छुक व्यक्ति के लिए खुशखबरी । • ₹1000 का सामान खरीदने पर 30 प्रतिशत की छूट। • ₹5000 का सामान खरीदने पर 50 प्रतिशत की छूट। • हमारे पास श्रृंगार का सभी सामान उपलब्ध हैं। • एक बार दुकान पर अवश्य पधारें। मेरा पताः तनुजा श्रृंगार कॉर्नर, 10/12 साकेत, दिल्ली |
प्रश्न 8.
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में लघुकथा लिखिए : [5 × 1 = 5]
(क) “अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत”
अथवा
(ख) एक वीर सिपाही का सपना
उत्तर:
(क) ” अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत ”
किसी गाँव में शकीला नामक एक धनी बुढ़िया रहती थी। उसके दो नौकर थे। सकीला ने एक मुर्गा पाल रखा था। मुर्गा अपनी आदत के अनुसार सवेरे बाँग देता था । मुर्गे की बांग सुनकर शकीला की नींद खुल जाती थी। जागते ही वह दोनों नौकरों को भी जगाकर काम पर लगा देती थी। नौकर और सोना चाहते थे, इसलिए उसे उठने में झुंझलाहट होती थी। वे शकीला की इस हरकत से तंग आ चुके थे।
एक दिन दोनों ने सोचा कि क्यों न मुर्गे को मार दिया जाए। फिर मौका देखकर उसने मुर्गे को मार दिया। लेकिन शकीला मुर्गे के मरते ही बेचैन रहने लगी। रात में कभी भी उसकी नींद खुल जाती थी। वह उठते ही नौकर को काम पर लगा देती थी। नौकर अब पहले से भी ज़्यादा परेशान हो गए। वह पछताने लगे कि मुर्गे की हत्या बेकार की। पहले कम से कम एक निश्चित नींद तो वह पूरी कर लेते थे। लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता था क्योंकि मुर्गा मर चुका था ।
अथवा
(ख) एक वीर सिपाही का सपना
हरिया मुंडा झारखंड राज्य का एक नौजवान था। बचपन से ही वह बिरसा मुंडा के जीवन चरित्र को पढ़ता था। उसका सपना था कि वह बिरसा मुंडा जैसा बनकर देश के लिए कुछ करे जिससे उसका नाम भी बिरसा मुंडा जैसा लिया जाए। जब रांची में थलसेना के लिए सिपाहियों की भर्ती हो रही थी तब वह भी उसमें शामिल हो गया। संयोगवश उसका चयन थलसेना के लिए लिया गया। बात 2020 की है। वह बिरसा मुंडा रेजिमेंट में सिपाही के पद पर था और लद्दाख में तैनात था। उन दिनों चीन से सीमा पर तनाव चल रहा था। हरिया की तैनाती भारत-चीन सीमा पर थी।
रात के घुप्प अंधेरे में चीनी सैनिकों ने अचानक भारतीय चौकी पर हमला कर दिया। हरिया तो जैसे इसी दिन की प्रतीक्षा कर रहा था। हरिया एक साथ दो-दो चीनी सैनिकों को पकड़कर नदी में फेंकता गया । हरिया इतना खुश था जैसे उसने 1962 के युद्ध का बदला ले लिया हो। सवेरे उसके कर्नल ने उसके कारनामे के लिए शाबाशी दी। हरिया बहुत खुश था।